मुंबई। कश्मीर में आतंकियों पर सेना की कार्रवाई तेज होने तथा देश के महानगरों में पुलिस की मुस्तैदी के कारण आतंकवादी अब देश के उन राज्यों में पनाह लेने लगे हैं, जहां वे छिपकर अपने नापाक इरादों को अंजाम दे सकें। वे अब उन्हीं राज्यों से दिल्ली और मुंबई समेत देश के अन्य महत्वपू्र्ण शहरों को दहलाने की साजिश रचने में जुटे हैं। यह फंडाफोड़ राष्ट्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी मे गिरफ्तार किए गए अलकायदा के 9 आतंकवादियों से मिली जानकारी के बाद हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार इनके बारे में एनआइए को 11 सितंबर को ही खुफिया विभाग से जानकारी मिल गई थी और तब से ही एजेंसी के अधिकारी इनपर नजर बनाए हुए थे। आखिरकार उन्होंने शनिवार, 18 सितंबर को छापेमारी कर अलकायदा के इन 9 आतंकवादियों को धर दबोचा। इस छापेमारी में प. बंगाल से 6 और केरल से 3 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली, मुंबई पर हमले की थी साजिश
एनआईए के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक ये दिल्ली और मुंबई समेत देश के अन्य शहरों पर हमले की तैयारी कर रहे थे। इसके साथ ही ये कश्मीर में हथियारों की डिलिवरी भी करनेवाले थे। इन्हें पं. बंगाल के मुर्शिदाबाद और केरल के एर्नाकुलम से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के नाम मुर्शीद हसन, याकूल बिस्वास, मोशर्रफ हुसैन, नजमुस साकिब, अबू सूफियान, मैनुल मंडल, लियू यीन अहमद, अल मामून कमाल और अतितुर रहमान है।
जिहादी साहित्य और विस्फोटक बरामद
इनके पास से जिहादी साहित्य,देसी गन, नुकीले हथियार, लोकल बना हुआ शरीर का कवच, बम बनाने के विस्फोटक सामान, डिजिटल डिवाइस और दस्तावेज बरामद किए गए हैं।अपने नापाक मंसूबों के लिए ये मॉड्यूल सक्रियता से फंड जुटाने के काम में लगे थे और हथियारों के लिए दिल्ली भी जाने की तैयारी कर रहे थे। इन्हें सोशल मीडिया पर पाकिस्तान स्थित अलकायादा आतंकवादियों द्वारा कट्टरपंथी बनाया गया था और फिर भारत के कई शहरों में हमला करने के लिए ब्रेन वॉश किया गया था।
केरल-बंगाल नए हाइडआउट
देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई समेत अन्य महानगरों में देश की विभिन्न खुफिया एजेंसियों के साथ ही स्थानीय पुलिस की भी पैनी नजर रहती है। इसके साथ ही पिछले कुछ महीनों में कश्मीर में भी सेना ने आतंकवादियों के सफाये का अभियान चला रखा है, जबकि चीन-नेपाल से तनाव के कारण देश की सीमाओं पर भी सेना की भारी तैनाती है। इस वजह से पिछले छह-सात महीने में जहां घुसपैठ में कमी आई है, वहीं बोर्डर पर संदिग्ध गतिविधियां भी काफी कम हुई हैं। इस वजह से प. बंगाल और केरल जैसे राज्यों में उन्हें छिपकर साजिश रचने में आसानी होती है। सबसे खास बात यह है कि ये पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों में अपना अड्डा तो बनाते हैं लेकिन इनके निशाने पर मुंबई, दिल्ली और बैंगलुरू जैसे शहर ही रहते हैं।
अलकायदा की आतंकी फैक्ट्री
पाक प्रायोजित अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद अलकायादा के कमजोर होने की बात कही जाती है, लेकिन बीच-बीच में उसके आतंकी अपनी सक्रियता के सबूत पेश करते रहते हैं। इसी कड़ी में संगठन के ये नौ आतंकी भारत में बड़े हमले को अंजाम देना चाहते थे, लेकिन एनआइए ने इन्हे पहले ही दबोचकर इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। भारत में अबतक का सबसे बड़ा आतंकी हमला 26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुआ था। इस हमले को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने अंजाम दिया था। इसमें 166 बेगुनाह लोग मारे गए थे।
दहल गया था अमेरिका
करीब 19 साल पहले अलकायदा के आतंकियों ने 4 पैसेंजर एयरक्राफ्ट हाइजैक किए थे और उनमें से दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर, न्यूयॉर्क शहर के ट्विन टावर्स के साथ टकरा दिया था, जिससे वहां काम करने वाले हजारों लोगो की मौत हो गई थी। इतना ही नहीं विमान पर सवार पैसेंजर भी इस हमले में मारे गए थे।
अगस्त में पकड़ा गया था आईएआईएस आतंकी
पिछले महीने ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एनकाउंटर के दौरान धौलाकुआं से आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम को गिरफ्तार किया था। यूपी के बलरामपुर का रहने वाला यूसुफ, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हमले की साजिश रच रहा था। इसके निशाने पर अयोध्या में निर्माण हो रहा राम मंदिर भी था।
लश्कर-ए-तैयबा की संदिग्ध सदस्य के खिलाफ चार्जशीट
कोलकाता में एनआइए की एक अदालत में लश्कर-ए-तैयबा की संदिग्ध सदस्य तानिया परवीन के खिलाफ पिछले सप्ताह ही आरोप पत्र दायर कर दिया गया है। वह सोशल मीडिया पर कथित तौर पर विभिन्न आतंकवादी संगठनों के संपर्क में थी। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बादुरिया के एक कॉजेल की छात्रा परवीन (21) सोशल मीडिया पर 70 जिहादी समूहों के संपर्क में थी। एजेंसी ने अपने दावों के समर्थन में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसकी बातचीत के अंश भी जमा कराए हैं।