भारत (India) के पड़ोसी देश म्यांमार (Myanmar) और थाईलैंड (Thailand) भूकंप (Earthquake) से हिल गए। शुक्रवार तड़के आए इस भूकंप की तीव्रता (Intensity) रिक्टर पैमाने पर 7.7 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र म्यांमार के मांडले शहर के पास था, जिसकी आबादी करीब 15 लाख है। यहां भूकंप इतना तेज था कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक (Bangkok) समेत कई इलाके हिल गए। इसके झटके बांग्लादेश, चीन और भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में महसूस किए गए। इस बीच म्यांमार की जुंटा सरकार ने दुनिया भर से मदद की अपील की है, जिसके बाद भारत ने भी राहत सामग्री भेजी है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, इस भूकंप की गहराई 10 किलोमीटर थी, जिससे इसके आफ्टरशॉक होने का खतरा काफी बढ़ गया है। इसका केंद्र म्यांमार के मांडले शहर के पास है।
#WATCH | Plane carrying approximately 15 tonnes of relief material was sent to Myanmar on an IAF C 130 J aircraft from AFS Hindon, including tents, sleeping bags, blankets, ready-to-eat meals, water purifiers, hygiene kits, solar lamps, generator sets, essential Medicines… pic.twitter.com/C4EGes0m6t
— ANI (@ANI) March 29, 2025
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भारत ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार की मदद के लिए तत्परता जताई पीएम मोदी ने कहा, “सभी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना कर रहा हूं… हमारे अधिकारी मदद के लिए तैयार हैं।”
भारत ने सहायता के तौर पर म्यांमार को 15 टन राहत सामग्री भेजी है। सूत्रों ने बताया कि हिंडन स्थित भारतीय वायुसेना स्टेशन से भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के सी-130जे विमान में सवार होकर राहत सामग्री म्यांमार भेजी गई। सूत्रों के मुताबिक, राहत पैकेज में टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, हाइजीन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट और पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, सीरिंज, दस्ताने और पट्टियाँ जैसी ज़रूरी चीज़ें शामिल हैं।
म्यांमार में ‘आपातकाल’ घोषित
म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ के एक अस्पताल में “बड़ी संख्या में लोगों की मौत” होने का अनुमान है। इसके अलावा, मांडले शहर में एक मस्जिद का एक हिस्सा ढहने से लोगों की मौत होने की संभावना है। माना जा रहा है कि एक विश्वविद्यालय में आग लगने की वजह से कुछ छात्र फंस गए हैं।
म्यांमार में 20 लोगों की मौत होने की आशंका है। म्यांमार के सेना प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी है और मदद की अपील की है।
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