पोर्शे कार दुर्घटना मामले (Porsche Car Accident Case) में पुणे पुलिस (Pune Police) ने अपनी कार्रवाई (Action) तेज कर दी है। मामले में पुणे के ससून जनरल हॉस्पिटल (Sassoon General Hospital) के दो डॉक्टरों (Two Doctors) को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है। दरअसल, डॉक्टरों पर आरोप है कि उन्होंने खून के नमूनों में हेरफेर की, ताकि आरोपी नाबालिग को बचाया जा सके।
आरोप था कि येरवडा पुलिस स्टेशन के कुछ कर्मचारियों ने पुणे दुर्घटना मामले में कंस्ट्रक्शन कारोबारी विशाल अग्रवाल के बेटे को बचाने में मदद की। हालांकि, अब यह बात सामने आई है कि इस अमीर आदमी को कानून के शिकंजे से छुड़ाने के लिए ससून के वरिष्ठ डॉक्टरों ने भी गड़बड़ी की है।
ससून हॉस्पिटल में जांच के दौरान ब्लड सैंपल में लापरवाही
डॉ. अजय टावरे और डॉ. श्रीहरि हरलोर दोनों ने मुख्य आरोपी नाबालिग के ब्लड सैंपल की अदला-बदली की थी, ऐसा खुलासा हुआ है। लगभग नौ घंटे की देरी के बाद, पुलिस ने यह जांचने के लिए ससून अस्पताल में नाबालिग का रक्त परीक्षण कराया कि उसने शराब पी थी या नहीं। हालांकि, यह बात सामने आई है कि ससून अस्पताल के सीनियर डॉक्टरों ने लड़के का ब्लड सैंपल बदल दिया ताकि वह इस टेस्ट में भी दोषी न पाया जाए।
आज कोर्ट में पेश होंगे दोनों आरोपी डॉ.
इस मामले में पुणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दोनों डॉक्टरों को हिरासत में लिया है। दोनों आरोपी डॉ. को दोपहर में शिवाजीनगर कोर्ट में पेश किया जाएगा। बहरहाल, इस तरह की बात से हड़कंप मच गया है।
पिता और दादा गिरफ्तार
पुलिस ने दुर्घटना के सिलसिले में किशोरी के प्रभावशाली बिल्डर पिता और उसके दादा को भी गिरफ्तार किया है। दोनों पर अपने ड्राइवर को इस मामले में फंसाने का आरोप है।
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