भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 14 फरवरी की सुबह 5.59 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी 52 के जरिये सैटेलाइट ईओएस-04 को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। इसके साथ ही दो अन्य छोटे सैटेलाइट्स को भी अंतरिक्ष भेजा गया।
वर्ष 2022 में इसरो का पहला प्रक्षेपण अभियान 14 फरवरी को सफल रहा। लॉन्च के साथ ही वहां उपस्थित लोगों ने तालियां बजाकर इसका स्वागत किया।
ये होंगे लाभ
पीएलएलवी-सी 52 के जरिये धरती पर नजर रखने वाले उपग्रह ईओएस-04 को कक्षा में भेजने के लिए 25 घंटे की उल्टी गिनती 13 फरवरी की सुबह ही शुरू हो गयी थी। ईओएस-04 एक रडार इमेजिंग सैटेलाइट है, जिसे कृषि, वानिकी, वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी, जल विज्ञान और बाढ़ मानचित्रण जैसे अनुप्रयोगों की उच्च गुणवत्ता वाली तस्वीरें प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है।
Launch of PSLV-C52/EOS-04 https://t.co/naTQFgbm7b
— ISRO (@isro) February 13, 2022
प्रधानमंत्री ने दी वैज्ञानिकों को बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 फरवरी को पीएसएलवी-सी52 मिशन के सफल प्रक्षेपण पर देश के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “पीएसएलवी-सी52 मिशन के सफल प्रक्षेपण पर हमारे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को बधाई।”
बधाई देते हुए कही ये बात
अपने बधाई संदेश में आगे उन्होंने कहा कि “ईओएस-04 उपग्रह कृषि, वानिकी और वृक्षारोपण, मिट्टी की नमी और जल विज्ञान के साथ-साथ बाढ़ मानचित्रण के लिए सभी मौसमों में उच्च गुणवत्ता वाली छवियां प्रदान करेगा।”
Congratulations to our space scientists on the successful launch of PSLV C52 mission. EOS-04 satellite will provide high resolution images under all weather conditions for agriculture, forestry and plantations, soil moisture and hydrology as well as flood mapping.
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2022