पाकिस्तान की संसद में तब हंगामा मच गया, जब इस्लामाबाद पुलिस एक ऑपरेशन के तहत पार्लियामेंट लॉज के अंदर तक घुसकर जेयूआई-एफ एमएनए सलाहुद्दीन अयूबी और मौलाना जमाल-उद-दीन सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के वर्दीधारी स्वयंसेवी बल अंसारुल इस्लाम के सदस्यों की घुसपैठ के बाद यह कार्रवाई की।
इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक मुहम्मद अहसान यूनुस ने लॉज के अंदर कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन का नेतृत्व हमने खुद किया है।
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सरकार के खिलाफ जंग का किया ऐलान
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी हुई हैं। 10 मार्च को मौलाना फजल-उर-रहमान की पार्टी के एक सांसद की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष ने सरकार के खिलाफ जंग का ऐलान कर दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक गृह मंत्री शेख राशिद ने आरोप लगाया कि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम ने जान बूझकर पार्लियामेंट लॉज में अंसारुल इस्लाम के सदस्यों की घुसपैठ की करवाई की गई थी। उन्होंने कहा कि ये लोग लॉज के अंदर छिपे हुए थे। हम चाहते थे कि मामले को शांति से सुलझाया जाए, लेकिन उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पीटा और बंद कर दिया।
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