महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक के खिलाफ एट्रोसिटी का मामला दर्ज किया गया है। नवाब मलिक के खिलाफ वाशिम पुलिस थाने में अपराध दर्ज किया गया है। वाशिम कोर्ट ने एनसीबी के तत्कालीन मुंबई मंडल निदेशक समीर वानखेड़े और उनके परिवार के खिलाफ जातिवादी टिप्पणी करने के मामले में नवाब मलिक के खिलाफ ‘एट्रोसिटी’ के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। इसी के तहत अब उनके खिलाफ वाशिम पुलिस में मामला दर्ज किया गया है।
समीर वानखेड़े के चचेरे भाई की शिकायत पर मामला दर्ज
समीर वानखेड़े के चचेरे भाई संजय वानखेड़े ने इस मामले में वाशिम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि कोर्ट ने निर्देश दिया था कि समीर वानखेड़े खुद हलफनामा दाखिल करें। उसके बाद समीर वानखेड़े ने खुद 24 अगस्त को वाशिम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था। इसकी सुनवाई 15 नवंबर को हुई। इस समय कोर्ट ने नवाब मलिक के खिलाफ अनुसूचित जाति और जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज करने का आदेश दिया। वाशिम सिटी थाने के थानेदार रउफ शेख ने बताया कि समीर वानखेड़े के भाई संजय वानखेड़े की शिकायत पर 16 नवंबर की रात को मामला दर्ज किया गया है।
वानखेड़े के खिलाफ नवाब मलिक की टिप्पणी
समीर वानखेड़े जब एनसीबी के अधिकारी थे, तब उन्होंने ड्रग मामले में अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया था। उसके बाद राकांपा नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े द्वारा की गई कार्रवाई को फर्जी बताया था। मलिक ने वानखेड़े के खिलाफ आरोपों की सीरीज चलाई थी और उनके कार्यों पर सवाल उठाया था। नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ जातिसूचक टिप्पणी की थी। उनके बयान का वीडियो टीवी और यूट्यूब सहित सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। उसके बाद संजय वानखेड़े पुलिस के पास दौड़े, लेकिन पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। इसके बाद वे कोर्ट पहुंचे। कोर्ट ने इस मामले में नवाब मलिक के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया।
ईडी की हिरासत में हैं मलिक
नवाब मलिक को अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 23 फरवरी, 2022 को गिरफ्तार किया था। वे फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं। इसलिए, भले ही नवाब मलिका, जो पहले से ही ईडी की हिरासत में हैं, रिहा हो जाएं, लेकिन इस नये मामले में उनकी परेशानी बढ़ सकती है।