हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर मौसम के कड़े तेवर देखने को मिलेंगे। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 26, 27 व 28 अप्रैल को प्रदेश के मैदानी एवं मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में अंधड़ के साथ बारिश व ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फ गिरने का अनुमान है। मौसम में यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आएगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले 24 घण्टों में राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में मौसम साफ रहेगा
पिछले दिनों राज्य के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी और मैदानों में जमकर बारिश हुई थी। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। हालांकि राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी ओलावृष्टि होने से सेब, आम समेत गुठलीदार फलों को भारी नुकसान पहुंचा है। बेमौसमी बारिश से मैदानी भागों में गेहूं की फसल भी बर्बाद हुई है। अब मौसम के फिर बिगड़ने की आंशका से किसानों-बागवानों की चिंता को और बढ़ा दिया है।
नेशनल हाईवे और 33 सड़कें बंद
इस बीच राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से एक नेशनल हाईवे और 33 सड़कें अभी भी बंद हैं। इसके अलावा 23 बिजली ट्रांसफार्मर और 50 पेयजल परियोजनाएं भी प्रभावित हुई हैं।राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार सुबह तक लाहौल-स्पीति जिला के लाहौल व उदयपुर उपमंडल में क्रमशः 13 व 12 सड़कें बंद रहीं। इसी तरह कुल्लू में तीन, चंबा जिला के पांगी व सलुणी उपमंडल में एक-एक, कांगड़ा जिला के धर्मशाला व कांगड़ा उपमंडल में एक-एक और शिमला जिला के डोडरा क्वार उपमंडल में एक सड़क अवरुद्ध है। चंबा जिला में 17, लाहौल-स्पीति में चार और कुल्लू में दो ट्रांसफार्मर खराब हैं। लाहौल-स्पीति में 49 और चंबा जिला के भरमौर में एक पेयजल परियोजना भी ठप है।
लाहौल-स्पीति जिला का मुख्यालय केलांग सबसे ठंडा, माइनस में पारा
शीत मरूस्थल के नाम से विख्यात लाहौल-स्पीति जिला के मुख्यालय केलांग में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। 24 अप्रैल की सुबह केलांग का न्यूनतम तापमान -1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह राज्य का सबसे ठंडा स्थल रहा। लाहौल-स्पीति जिला के ही कुकुमसेरी में न्यूनतम तापमान 0.1 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा किन्नौर जिला के कल्पा में 3.4 डिग्री, पर्यटन नगरी मनाली में 5.8, नारकंडा में 6.2, कुफरी में 8.8, शिमला में 11.4, धर्मशाला में 14.2 और नाहन में 16.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।