Badlapur case: महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में दो बच्चियों के यौन उत्पीड़न की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) नियुक्त किया गया है। इस एसआईटी की प्रमुख आईपीएस अधिकारी आरती सिंह ने बदलापुर लैगिंग अत्याचार मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने पीड़िता के घर जाकर पीड़िता की मां का बयान दर्ज किया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह के नेतृत्व में गठित होने वाली एसआईटी में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के एक अधिकारी, दो पुलिस निरीक्षक, एक महिला पुलिस उप-निरीक्षक और चार पुलिस प्रवर्तकों की एक टीम होगी।
चार वर्षीय बच्चियों से छेड़छाड़
पिछले हफ्ते, बदलापुर के प्रतिष्ठित आदर्श विद्यालय की दो 4 वर्षीय छात्राओं के साथ स्कूल के सफाई कर्मचारी अक्षय शिंदे ने यौन उत्पीड़न किया था। इस घटना के सामने आने के दो दिन बाद पीड़िता का परिवार स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराने गया, लेकिन पुलिस ने पीड़िता और उसके परिवार को 12 घंटे तक रोके रखा।
10 घंटे चला आंदोलन
मामला दर्ज करने में पुलिस की देरी और स्कूल में बच्चियों से छेड़छाड़ की घटना को लेकर 20 अगस्त को बदलापुर के नागरिकों ने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर 10 घंटे तक प्रदर्शन किया। इस विरोध के बाद कहा गया कि राज्य सरकार लैंगिक अत्याचारों की जांच के लिए विशेष जांच दल के गठन का आदेश देगी और मामले की पैरवी अदालत में तेजी से की जायेगी।
एसआईटी ने दर्ज किए पीड़िता की मां के बयान
इस बीच, बदलापुर लैगिंग अत्याचार मामले में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आरती सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। इस टीम में सहायक पुलिस आयुक्त रैंक के एक अधिकारी, दो पुलिस निरीक्षक, एक महिला पुलिस उपनिरीक्षक और चार पुलिस प्रवर्तक विशेष टीम में होंगे। विशेष जांच दल ने 21 अगस्त को इस अपराध की जांच शुरू की है और दोनों पीड़ितों के घर जाकर उसकी मां का बयान दर्ज किया है। इस अपराध की जांच रिपोर्ट एसआईटी जल्द से जल्द तैयार कर गृह विभाग को सौंपेगी।