मुंबई के कुर्ला पूर्व कसाईवाड़ा में कथित रुप से बड़ी मात्रा में बीफ की तस्करी की जाती है। 16 जनवरी की सुबह चूनाभट्टी पुलिस और ध्यान फाउंडेशन के स्वयंसेवकों पर तस्करों ने लाठियों और हथियारों से हमला कर दिया। हमले में दो स्वयंसेवक और एक पुलिस अधिकारी घायल हो गए हैं। उनमें से एक की हालत गंभीर है। घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस मामले में चूनाभट्टी पुलिस ने 20 से 25 लोगों पर हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा डालने और दंगा करने का मामला दर्ज कर 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने की कोशिश जारी है।
तस्करों का बड़ा रैकेट
महाराष्ट्र में जहां गोमांस बैन है, वहीं मुंबई और ठाणे में बड़ी मात्रा में इसकी अवैध तस्करी की जाती है। इस तस्करी के पीछे कथित रुप से एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। गोमांस तस्करी का केंद्र ठाणे जिले का भिवंडी और मुंबई का कुर्ला पूर्व स्थित कसाई वाड़ा बताया जाता है। पुलिस की कार्रवाई में यह भी खुलासा हुआ है कि यहां से बड़ी मात्रा में बीफ की तस्करी की जाती है।
इस तरह घटी घटना
ध्यान फाउंडेशन के स्वयंसेवकों को सूचना मिली थी कि 16 जनवरी की सुबह कुर्ला पूर्वी कसाई वाड़ा से बड़ी मात्रा में गोमांस की तस्करी की जाएगी। संगठन ने इसकी सूचना चूनाभट्टी पुलिस को दी और कार्रवाई के लिए पुलिस की मदद ली। पुलिस की मदद से संगठन के स्वयंसेवकों ने पुलिस वाहन से बीफ से भरे टेंपो का पीछा करना शुरू किया। पुलिस के टेंपो को रोकने का इशारा करने के बाद भी चालक ने उसे नहीं रोका। पुलिस और ध्यान फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने फिर भी कार्रवाई करने की कोशिश की। उसके बाद कुछ दूरी पर सड़क जाम कर टेंपो को रोका दिया गया। इस दौरान तस्करों ने उन पर जानलेवा हमला कर दिया।
8 गिरफ्तार, अन्य फरार
पुलिस काफिला देख हमलावर फरार हो गए। हमले में गंभीर रुप से घायल हुए ध्यान फाउंडेशन के स्वयंसेवक आशीष बारिक को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं पुलिस को मामूली चोटें आई हैं। घटनास्थल से चूनाभट्टी पुलिस ने भारी मात्रा में बीफ जब्त किया है। उसके कुछ नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। इसके साथ ही 20 – 25 लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास, सरकारी काम में बाधा डालने और दंगा करने का मामला दर्ज किया गया है। उनमें से 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।