बेलगाम सीमा विवाद को लेकर महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा 17 जनवरी को मराठी बहुल इलाके को महाराष्ट्र में शामिल किए जाने के बयन पर 18 जनवरी को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने विरोध दर्शाया।
येदियुरप्पा ने क्या कहा?
येदियुरप्पा ने कहा कि वे महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के इस बयान को लोगों को भड़कानेवाला और भेदभाव फैलानेवाला समझते हैं और इसकी निंदा करते हैं। येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक की भूमि और मराठी भाषा पर उद्धव ठाकरे का बयान गैरजिम्मेदाराना है। ये संघीय ढांचे के खिलाफ है। महाजन रिपोर्ट अंतिम है और हम इस सच्चाई को जानते हैं।
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कांग्रेस ने भी की निंदा
कर्नाटक के पूर्व मुख्यंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने भी बेलगाम मुद्दा उठाने के लिए महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक का विवाद सुलझा हुआ है। सीमा मामलों पर महाजन रिपोर्ट अंतिम है।
I strongly condemn the statement made by @CMOMaharashtra Uddhav Thackeray about our Belagavi.
Belagavi is an integral part of Karnataka.
Don't try to instigate us by bringing up the issue which is already resolved.@OfficeofUT#ಬೆಳಗಾವಿನಮ್ಮದು
1/3— Siddaramaiah (@siddaramaiah) January 18, 2021
सीएम उद्धव ठाकरे ने ये कहा था
बता दें कि ठाकरे ने कहा था कि बेलगाम के मराठी बहुल इलाकों को लेकर उनकी सरकार गंभीर है और उन इलाकों को महाराष्ट्र में शामिल करने के लिए प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा था कि मराठी भाषी लोगों वाले इलाके की एक इंच जमीन भी नहीं छोड़ी जाएगी।