पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। केंद्रीय एजेंसियों का दावा है कि उसके जरिए रुपये की तस्करी विदेश में होती थी। न केवल शिक्षक नियुक्ति बल्कि अन्य विभागों में भी भ्रष्टाचार संबंधित जो राशि घूस के तौर पर ली जाती थी, उसे भी अर्पिता के पास ही रखा जाता था। इस बात के भी साक्ष्य मिले हैं कि करोड़ों रुपये विदेश भेज दिए गए हैं। इसके लिए हवाला कारोबार की मदद ली जाती रही है।
और भी लोग हो सकते हैं गिरफ्तार
अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ करने के बाद ईडी अधिकारी उन लोगों के बारे में पता लगाने में जुट गए हैं, जो इस पूरे कारोबार में शामिल रहे हैं। इसके अलावा 21 करोड़ जितनी बड़ी धनराशि सिर्फ अर्पिता के जरिए यहां पहुंचना संभव नहीं है। जाहिर बात है कि इसमें और भी लोग हैं, जो पूरे रुपये को लाने ले जाने और बिचौलिया का काम करते रहे हैं। उनके बारे में भी पता लगाया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि नाकतला उदयन संघ दुर्गा पूजा समिति, जिसके अध्यक्ष पार्थ चटर्जी रहे हैं, उसी से जुड़े कुछ लोग इस हवाला कारोबार में भी शामिल रहे हैं।