जोधपुर शहर के निकटवर्ती करवड़ स्थित डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में साल 2014 में हुई भर्ती प्रक्रिया में बड़ी धांधली होने की जानकारी मिली थी। अब न्यायालय के माध्यम से भर्ती रजिस्ट्रार, नियंत्रक सहित चार अन्य तत्कालीन लोगों पर केस दर्ज हुआ है। भर्ती प्रक्रिया में धोखाधड़ी का पता लगने पर पुलिस ने भी इसमें जांच आरंभ की है। पूर्व में जांच रजिस्ट्रार के पति द्वारा जांच की गई थी, जो कि एक तरफा प्रतीत हो रही थी।
करवड़ पुलिस ने बताया कि इस बार कुड़ी भगतासनी के सेक्टर 6क्यू 389 में रहने वाले कमलेश सिहाग पुत्र कालूराम की तरफ से यह मामला दर्ज कराया गया है। इसमें बताया कि करवड़ स्थित डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में साल 2014 में कनिष्ठ लिपिक भर्ती के लिए सूचना जारी की गई थी। इसके आवेदन फरवरी 2015 में ऑनलाइन लिए गए। भर्ती 41 लोगों के लिए निकाली गई। जिसमें 40 लोग शामिल हुए। जुलाई 2015 में साक्षात्कार रखा गया। सबसे बड़ी बात है कि इसमें जनरल कास्ट व्यक्ति को भी एसटी की आरक्षित सीट पर लगा दिया गया।
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यह है पूरा मामला
परिवादी ने इसमें अब तत्कालीन रजिस्ट्रार वीणा लाहोटी, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक शशि शेखर जोशी, कंप्यूटर प्रोग्रामर विनीत पुरोहित, डिप्टी रजिस्ट्रार महेंद्रसिंह, वहां काम करने वाले कर्मचारी बंशीलाल जैन को नामदज करते हुए रिपोर्ट दी है। उसका आरोप है कि इन लोगों ने अपने चहेतों को नौकरी पर रखा दिया और उसकी बंदरबाट कर ली। ठेका कर्मियों या संविदा पर लगे लोगों को पहले से ही पता था कि उनका चयन हो गया है। ऐसे में 9 जुलाई 15 में साक्षात्कार का ढोंग रचा गया। जबकि भर्ती प्रक्रिया में पूरी तरह की धांधली की गई। सबसे बड़ी बात है कि इस भर्ती प्रक्रिया में कोई भी रिकार्ड को संधारित नहीं किया गया और ना ही ऑनलाइन चढ़ाया गया। वीणा लाहोटी के पति रतन लाहोटी पर इसमें संदेह जताया गया है। करवड़ पुलिस ने अब इसमें मामला दर्ज करते हुए अनुसंधान आरंभ किया है।