शिक्षा मंत्रालय (Ministry of Education) ने एनटीए (NTA) द्वारा आयोजित यूजीसी परीक्षाओं (UGC Exams) को रद्द करने का फैसला किया है। शिक्षा मंत्रालय ने यह बड़ा फैसला लेते हुए कहा है कि परीक्षा में अनियमितताएं (Irregularities) थीं। इस संबंध में शिक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है।
शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट परीक्षा (UGC-NET Exam) को रद्द (Cancellation) करने का फैसला ऐसे समय किया है जब नीट रिजल्ट विवाद (NEET Result Controversy) ताजा है। शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में आयोजित यूजीसी-नेट परीक्षा की घोषणा की है। साथ ही परीक्षा में अनियमितताओं की शिकायत के बाद सीबीआई इस मामले की जांच करने जा रही है।
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परीक्षा में पाई गईं अनियमितताएं
शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘एनटीए ने 18 जून 2024 को देश के विभिन्न शहरों में दो चरणों में ओएमआर मोड पर नेट परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के संबंध में गृह मंत्रालय के साइबर विभाग को सूचना मिली कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है। इस सूचना के आधार पर शिक्षा मंत्रालय ने सीधी परीक्षा रद्द कर दी।
मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई
शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने का फैसला किया है। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द करने का फैसला किया है। इसके बाद यह परीक्षा नए सिरे से आयोजित की जाएगी। इस बारे में जल्द ही जानकारी दी जाएगी। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है।
एनटीए द्वारा यूसीजी नेट परीक्षा अलग-अलग चरणों में कंप्यूटर आधारित टेस्ट मोड के बजाय पेन पेपर मोड में आयोजित की गई थी। छह साल बाद, यूजीसी ने नेट परीक्षा को ऑफलाइन मोड में आयोजित किया।
नीट परीक्षा विवाद
उचित मेडिकल प्रवेश परीक्षा को लेकर बहस अभी भी जारी है। इसने यूजीसी-नेट परीक्षा को रद्द कर दिया है। इससे नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। एनटीए नीट और यूजीसी नेट दोनों परीक्षाओं के आयोजन की जिम्मेदारी संभालती है।
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