बिहार में आरजेडी के कई नेताओं की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। यहां पटना में आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह और राज्य सभा सांसद अशफाक करीम के घरों में छापेमारी की गई है। जॉब के बदले जमीन के मामले में यह छापेमारी की गई है।
24 अगस्त को बिहार में नीतीश सरकार को विश्वास मत हासिल करना है। उससे पहले इन नेताओं के यहां छापेमारी की गई है। एमएलसी सुनील सिंह ने इस छापेमारी को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि छापेमारी जानबूझकर परेशान करने के लिए की गई है। इसका कोई अर्थ नहीं है। वे ये सोचकर ऐसा कर रहे हैं कि डर से विधायक उसके पक्ष में आ जाएंगे।
सीबीआई के साथ ही ईडी का भी एक्शन
सीबीआई के साथ ही ईडी भी एक्शन में आ गई है। ईडी ने झारखंड, तमिलनाडु, बिहार और दिल्ली में 17 ठिकानों पर छापेमारी की है। मिली जानकारी के अनुसार अवैध खनन और जबरन वसूली मामले में ये छापेमारी की गई है। ये छापे प्रेम प्रकाश के ठिकानों पर किए जाने की जानकारी मिली है। प्रेम प्रकाश के कई राजनेताओं से संबंध बताए जाते हैं। झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी के विधायक पंकज मिश्रा से पूछताछ के बाद छापा मारे जाने की बात कही जा रही है।
भर्ती घोटाले को लेकर छापेमारी
ये मामला भर्ती घोटाले से संबंधित बताए जा रहे हैं। लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए नौकरी लगवाने के बदले जमीन दिए गए थे। सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद हाल ही में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और कुछ अन्य नेताओं पर केस दर्ज किया है। इससे पहले मई में मामले में लालू यादव से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। ये छापेमारी 14 घंटे चली थी। ये छापे लालू यादव , उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकनों पर मारे गए थे।