Chhattisgarh:छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में 8 लाख रुपये के इनामी नक्सल कमांडर दिनेश मोडियम ने 3 मार्च को सुरक्षाबलों के सामने पत्नी और बच्चों के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। मोस्ट वांटेड नक्सली कमांडर दिनेश पर 100 से अधिक हत्याओं और कई हमलों को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को तलाश थी। वह गंगालूर एरिया का डीवीसीएम और सचिव भी था। हालांकि अभी पुलिस ने आत्मसमर्पण की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
उच्च आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गंगालूर एरिया का डीवीसीएम और सचिव दिनेश मोडियम ने अपनी पत्नी कला मोडियम व बच्चे सहित बीजापुर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
8 लाख का था इनाम
8 लाख का इनामी नक्सली दिनेश मोडियम पेद्दाकोरमा का निवासी है। वह पढ़ते समय से ही बाल संघम सदस्य के रूप में काम करता रहा है। बड़े नक्सली लीडर्स ने इसके काम पर इसे बड़ी ज़िम्मेदारी देते हुए गंगालूर एरिया का सचिव बनाया था। दिनेश नक्सली संगठन के हार्डकोर नक्सली कमांडर मांडवी हिड़मा, बटालियन नंबर एक का कमांडर देवा, दामोदर,सुजाता, विकास जैसे बड़े नक्सली कैडर्स के साथ काम कर चुका है। उसे संगठन में रहते एके 47, इंसास ,एसएलआर जैसे हथियार चलाने का अभ्यास था।
100 से अधिक हत्याओं में शामिल होने का आरोप
दिनेश मोडियम ने गंगालूर क्षेत्र में कई घटनाओं को अंजाम दिया। इस पर 100 से अधिक हत्याओं में शामिल का आरोप है। बाल संघम के समय ही वह बड़े नक्सली लीडरों के संपर्क में रहा। पढ़ाई करते समय नक्सलियों के साथ मिल गया था। नक्सलियों का गढ़ कहे जाने वाला गंगालूर क्षेत्र की उसे कमान दी गई। गंगालूर क्षेत्र में आंतक के साथ दिनेश मोडियम ने क़़ई घटनाओं शामिल रहा। गंगालूर क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में दिनेश मोडियम कई बार बच निकला। पुलिस को इस मोस्ट वांटेड नक्सली की तलाश थी। पुलिस के नए कैंप के स्थापित होने और जवानों के बढ़ते दबाव के चलते उसने आत्मसमर्पण किया है। दिनेश पेद्दाकोरमा का निवासी है।