चेंबूर स्थित आचार्य कॉलेज में बुर्का नशीं छात्राओं ने बवाल खड़ा कर दिया। कॉलेज के रक्षकों ने इन छात्राओं से मात्र इतना ही कहा था कि, कॉलेज में प्रवेश करने से पहले यूनिफार्म में आओ और नकाब को निकालकर आओ। लेकिन, इसके बाद इन बुर्का नशींनों ने हंगामा बरपा दिया और गेट पर चाँव चाँव शुरू कर दी।
चेंबूर (Chembur) का आचार्य कॉलेज (Acharya College) पूर्वी उपनगर (Eastern Suburb) का नामी और बहुत पुराना कॉलेज है। वर्षों पुराने इस कॉलेज में कभी कोई जातिगत भेद की घटना सामने नहीं आई है। लेकिन, मंगलवार को आचार्य कॉलेज में ग्यारह बजे हंगामा शुरू हो गया। यह हंगामा बुर्का (Burqa) पहनी छात्राओं (Student) और उनके समर्थकों द्वारा किये जाने की जानकारी सामने आई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सबेरे जब बुर्का नशीं छात्राओं ने कॉलेज में प्रवेश करना चाहा तो प्रवेश स्थल पर तैनात सुरक्षा रक्षकों ने उन्हें नकाब उतारकर आने को कहा।
यूनिफार्म की बात बुरी लगी!
आचार्य कॉलेज में छात्रों के लिए यूनिफार्म है। लेकिन, बुधवार को सबेरे आई छात्राओं ने बुर्का पहन रखा था। इस पर सुरक्षा रक्षक ने कहा कि, नकाब उतारकर ही कॉलेज में प्रवेश मिलेगा। लेकिन, छात्राएं कॉलेज के अंदर जाकर बुर्का निकालने पर अड़ गईं। इससे बाद उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया। जिसके बाद गेट पर हंगामा करने का प्रयत्न हुआ।
ये भी पढ़ें – क्या मेवात-मणिपुर हिंसा की एक ही है टूलकिट? पाकिस्तानी सीमा भाभी को किसने प्लांट किया? पढ़िये इतिहासकार कपिल कुमार की जुबानी
कर्नाटक जैसा मुंबई में नाटक
कर्नाटक में वर्ष 2022 में हिजाब का मुद्दा उठा था। इसको लेकर इस्लामी संगठनों ने इतना बवाल किया कि, देश विदेश सभी स्थानों पर इसे इस्लाम विरोध के रूप में खड़ा कर दिया गया। यह प्रकरण सर्वोच्च न्यायालय में भी विचाराधीन है। हालांकि, तत्कालीन राज्य सरकार ने कॉलेज के निर्णय का समर्थन किया था, जबकि, इस्लामियों के समर्थन वाली वर्तमान सरकार ने पूर्व की सरकार के निर्णय को पलट दिया है।