पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित बीरभूम नरसंहार मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2 जनवरी को चौंकाने वाला खुलासा किया है। राज्य में मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार बीरभूम जिले के बाहुबली नेता अणुव्रत मंडल से आसनसोल जेल में जाकर बीरभूम नरसंहार के संबंध में पूछताछ की अनुमति की याचिका कलकत्ता उच्च न्यायालय में लगाकर सीबीआई ने दावा किया है कि नरसंहार की घटना में भी अणुव्रत की भूमिका रही है। इस दावे के समर्थन में सीबीआई ने अणुव्रत के नंबर पर आए कॉल की डिटेल न्यायालय में 2 जनवरी को पेश की है।
कॉल से हुआ खुलासा
दावा किया गया है कि बीरभूम नरसंहार मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर गिरफ्तार किए गए रामपुरहाट के स्थानीय तृणमूल अध्यक्ष और मास्टरमाइंड अनारुल इस्लाम ने वारदात से पहले और बाद में अणुव्रत मंडल को फोन किया था। कॉल लिस्ट के अनुसार 21 मार्च की रात 8:50 बजे अनारुल के फोन से अणुव्रत मंडल को फोन किया गया था और बातचीत हुई थी। उसके बाद दूसरे दिन भी मंडल से अराबुल की बात हुई है। खास बात यह है कि इस वारदात के बाद अणुव्रत मंडल ने दावा किया था कि टीवी में शार्ट सर्किट की वजह से आग लगी होगी जिसके कारण लोगों की मौत हुई है।
यह है मामला
बता दें कि पिछले साल 21 मार्च की रात रामपुरहाट के बगटुई गांव में तृणमूल नेता भादू शेख की हत्या के बाद उनके समर्थक 70 से 80 लोगों ने भादू के घर के पास मौजूद सड़क के दूसरी ओर स्थित 10 से 12 घरों में आग लगा दी थी जिसमें महिला और एक बच्चे समेत 10 लोग जिंदा जल गए थे। इस मामले में कोर्ट के आदेश पर सीबीआई जांच कर रही है। इधर अणुव्रत मंडल फिलहाल मवेशी तस्करी मामले में गिरफ्तार हैं और आसनसोल सेंट्रल जेल में बंद है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उसे दिल्ली ले जाकर पूछताछ की तैयारी में है। इस बीच केंद्रीय एजेंसी का यह नया खुलासा निश्चित तौर पर मंडल के लिए मुश्किल का सबब होने वाला है।