पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला के थाना रामपुरहाट के गांव बगटुई के बहुचर्चित नरसंहार मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पहली प्रारंभिक रिपोर्ट उच्च न्यायालय में पेश कर दी है। इस रिपोर्ट को न्यायालय ने अपने रेकॉर्ड में ले लिया है।
बीरभूम जिले में हुई हिंसा की जांच
कोलकत्ता उच्च न्यायालय ने पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई हिंसा की जांच में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा प्रस्तुत प्रारंभिक रिपोर्ट को रिकॉर्ड में लिया, जिसमें तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेता भादु शेख की हत्या के प्रतिशोध में कथित तौर पर 9 लोग मारे गए।
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भादू शेख हत्याकांड की जांच
भादू शेख हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने को लेकर दूसरी ओर न्यायालय ने सीबीआई से पूछा कि भादू शेख हत्याकांड की जांच भी सीबीआई कर सकती है या नहीं? न्यायालय में सीबीआई के दो अधिवक्ताओं में से एक ने कहा कि अगर न्यायालय आदेश दे तो निश्चिततौर पर जांच करेगी। जबकि, दूसरे अधिवक्ता ने कहा कि भादू शेख की जहां हत्या हुई है वहां बड़े पैमाने पर लोग आ जा रहे हैं, जिसके कारण वहां के सारे साक्ष्य नष्ट हो गए हैं। टावर डंपिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। मामले की सुनवाई पूरी हुई है राज्य सरकार ने अपनी ओर से हत्याकांड की जांच पुलिस से ही कराने का पक्ष रखा। न्यायालय ने फिलहाल फैसला सुरक्षित रख लिया है।