मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे पर सीबीआई की कार्रवाई

संजय पांडे आईआईटी कानपुर से इंजीनियर हैं। उन्होंने अपनी सेवा से त्यागपत्र दे दिया था। परंतु, उनका त्यागपत्र मंजूर न होने के बाद वे सेवा में वापस लौट आए।

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सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के देश में छापे की कार्रवाई हुई। यह कार्रवाइयां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण और पूर्व पुलिस आयुक्त संजय पांडे के यहां भी की गई। सीबीआई ने संजय पांडे समेत तीनों के विरुद्ध प्रकरण भी दर्ज किया है।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार एनएसई कर्मचारियों के फोन टेप किये गए थे। इसमें चित्रा रामकृष्ण, रवि नारायण और आईपीएस अधिकारी रहे संजय पांडे की संलिप्तता की आशंका है। जिसको लेकर छापा कार्रवाई सीबीआई ने की। जिसमें संजय पांडे के मुंबई और चंडीगढ़ के निवास समेत दस ठिकाने शामिल हैं।

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ये है आरोप
प्राप्त जानकारी के अनुसार संजय पांडे की आईटी कंपनी थी। इसके लिए एनएसई कर्मचारियों के फोन टेप किये गए। जिसमें केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से शिकायत की गई थी। अंग्रेजी दैनिक इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, इसी आधार पर सीबीआई ने शिकायत दर्ज कराई है। इस शिकायत में सीबीआई ने बताया है कि, आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड समेत अन्य कंपनियों ने एनएसई का सिक्योरिटी ऑडिट किया और अवैध रूप से एनएसई कर्मियों के फोन टेप किये।

आईसेक सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना संजय पांडे ने मार्च 2001 में की थी। उन्होंने वर्ष 2006 में इस कंपनी के निदेशक पद से त्यागपत्र दे दिया था। जिसके बाद संजय पांडे के पुत्र और मां ने कंपनी का कार्य अपने हाथों में ले लिया।

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