Census: एक बड़े घटनाक्रम में, केंद्र सरकार (Central Government) अगले साल (2025 में) जनगणना की प्रक्रिया (Census process) शुरू कर सकती है और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह प्रक्रिया 2026 तक जारी रहेगी। इसके अलावा, जनगणना पूरी होने के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन (Delimitation of Lok Sabha seats) शुरू होगा और संभवतः 2028 तक पूरा हो जाएगा।
आगामी जनगणना के बाद, इस प्रक्रिया का चक्र बदल दिया जाएगा। परंपरागत रूप से, जनगणना नए दशक के पहले वर्ष में होती थी। पिछली बार 2011 में हुई थी, जनगणना 2021 में होनी थी। हालांकि, कोविड महामारी के कारण प्रक्रिया में देरी हुई।
#BreakingNews : देश में अगले साल से शुरू हो सकती है जनगणना, संप्रदाय भी पूछ सकती है सरकार, 2025 से 2026 तक चलेगी जनगणना। – सूत्र
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जाति जनगणना की मांग
इस जनगणना के बाद, यह चक्र 2035, 20245, 2025 और आगे भी चलाया जाएगा। यह घटनाक्रम कई विपक्षी दलों द्वारा जाति जनगणना की मांग के बीच हुआ है। हालांकि, रिपोर्टों से पता चलता है कि इसके लिए कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
संप्रदाय-सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा
केंद्र सरकार अगले साल जनगणना में संप्रदाय सर्वेक्षण शुरू करने की संभावना है। यह सामान्य, ओबीएस, एससी और एसटी श्रेणियों के स्थापित ढांचे के भीतर किया जाएगा। इस प्रावधान से सरकार को संप्रदाय-वार आबादी का डेटा मिलेगा, जो भारत के बहुलवादी समाज का एक महत्वपूर्ण पहलू भी है। उदाहरण के लिए, कर्नाटक में लिंगायत सामान्य श्रेणी में आते हैं, लेकिन खुद को एक अलग संप्रदाय मानते हैं। यह संप्रदाय-वर्गीकरण भारतीय समाज में प्रचलित है।
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