गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात में तेज बारिश के कारण कई स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से बात की। शाह ने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ जैसी स्थिति से प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह से जुटी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की टीमें और स्थानीय प्रशासन प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार इस संकट की घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ खड़ी हैं।
गुजरात में पिछले लगातार दो दिनों से विभिन्न हिस्सों में तेज बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है जिससे राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। तेज बारिश के कारण राज्य भर के अधिकांश बांधों, विशेषकर सौराष्ट्र और कच्छ के बांधों में जल स्तर बढ़ गया। इस बीच, बारिश प्रभावित जिलों में बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल की टीमे तैनात की गई हैं।
गौरतलब हो कि पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के लिए भी चेतावनी जारी की है। आईएमडी ने उत्तरी महाराष्ट्र तट के आसपास के मछुआरों को 3 जुलाई तक यात्रा न करने की चेतावनी जारी की है. 3 जुलाई तक उत्तरी महाराष्ट्र तट पर और उसके आसपास 40-45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है। आईएमडी के बयान में दक्षिण महाराष्ट्र तट के तटीय इलाकों के आसपास के मछुआरों को भी सलाह दी गई और उनसे कहा गया कि वे तट के आसपास न जाएं।। आधिकारिक बयान के अनुसार, लगातार बारिश के प्रभाव से निचले इलाकों और नदी तटों के अधिकांश हिस्सों में जल जमाव और बाढ़ जैसी कई समस्याएं पैदा होंगी। अधिकारी ने कहा, “इससे सड़क, रेल, वायु और नौका परिवहन बाधित होगा, जबकि प्रमुख सड़कें और स्थानीय ट्रेनें भी प्रभावित हो सकती।
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