चंद्रमा (Moon) के दक्षिणी ध्रुव (South Pole) पर अपना लैंडर (Lander)उतारकर विश्व में नया इतिहास रचने वाले भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रमा से जुड़ा चकित करने वाला रहस्य उजागर किया है। दरअसल 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा पर चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) की लैंडिंग के बाद लैंडर और रोवर से इसरो को लगातार नई जानकारियां प्राप्त हो रही हैं।
अनुमान से ज्यादा निकला चांद की सतह का तापमान
लैंडर से इसरो को चांद की सतह के तापमान (temperature) से संबंधित चौंकाने वाली सूचना प्राप्त हुई है। वैज्ञानिकों को चंद्रमा की सतह पर 20 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान रहने का अंदाजा था। लेकिन लैंडर ने इसरो को चांद की सतह का तापमान 70 डिग्री होने की जानकारी देकर वैज्ञानिकों (scientists) को आश्चर्यचकित (Surprised) कर दिया है। क्योंकि लैंडर द्वारा उपलब्ध चांद की सतह का तापमान वैज्ञानिकों के अनुमान से बहुत ज्यादा है।
पीएम ने नाम दिया शिवशक्ति प्वॉइंट
पिछले दिनों चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (south pole) पर उतरे चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के प्रज्ञान रोवर (Pragyan Rover) के बाबत इसरो ने शिवशक्ति प्वॉइंट (Shivshakti Point) पर रोवर का घूमता हुआ वीडियो जारी किया था। 26 अगस्त को पीएम मोदी ने इसरो (ISRO) के वैज्ञानिकों के साथ बैठक के बाद चंद्रयान 3 की लैंडिग साइट (landing site) का नाम शिवशक्ति प्वॉइंट होने की घोषणा की थी।
23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस
पीएम मोदी कहा कि चंद्रमा पर भारत की दस्तक देने की तिथि 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के रूप में मनाया जाएगा। पीएम मोदी (PM Modi) ने 26 अगस्त को इसरो के वैज्ञानिकों को बधाई देने के बाद इसकी जानकारी देते कहा कि 2019 में चंद्रयान 2 (chandrayaan 2) चंद्रमा के जिस स्थान पर अपने पैरों के निशान छोड़े थे, उसे ट्राइकलर प्वॉइंट (tricolor point) के नाम से जाना जाएगा।
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