चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के विक्रम लैंडर को चंद्रमा में स्लीप मोड में भेजने के पहले परीक्षण किये जा रहे हैं। इसमें से एक होप (HOP) परीक्षण था, जिसमें विक्रम ने फिर सफलता प्राप्त करके इसरो की आशाओं को नई ऊर्जा दे दी है। विक्रम लैंडर के इस परफॉर्मेन्स को देखते हुए इसरो ने कहा है कि, विक्रम लैंडर ने अनुमान से अधिक कार्य किया है।
विक्रम लैंडर के स्लीप मो़ड (Sllep Mode) में जाने से पहले होप परीक्षण (HOP Test) किया गया है। इस परीक्षण के अंतर्गत विक्रम लैंडर (Vikram Lander) ने एक बार फिर चंद्रमा (Moon) की सतह पर लैंडिंग की है। इसके बाद चंद्रमा पर पंद्रह दिनों बाद दिन होने पर विक्रम लैंडर के कार्य करने की आशाएं बढ़ गई हैं। इसरो की ओर से इस पर एक ट्वीट साझा किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि, आदेश देने पर विक्रम लैंडर ने अपने इंजन को स्टार्ट किया और खुद को 40 सेंटीमीटर ऊपर उठाया और अपने पूर्व के स्थान से 30 से 40 सेंटीमीटर दूर लैंड किया। इस बीच सभी सिस्टम सामान्य रूप से कार्यरत रहे और सुरक्षित हैं। चास्टे (ChaSTE) और इल्सा (ILSA) भी रैंप में फोल्ड होकर अपनी जगह पहुंच गए हीं। यह परीक्षण भविष्य में होनेवाले मानव मिशन के लिए बहुत सकारात्मक भूमिका निभाएगा।
Chandrayaan-3 Mission:
🇮🇳Vikram soft-landed on 🌖, again!Vikram Lander exceeded its mission objectives. It successfully underwent a hop experiment.
On command, it fired the engines, elevated itself by about 40 cm as expected and landed safely at a distance of 30 – 40 cm away.… pic.twitter.com/T63t3MVUvI
— ISRO (@isro) September 4, 2023
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