अब नक्सलियों का बचना होगा मुश्किल! गोली-बंदूक भी होगा बेअसर, बीएसएफ के एरावत में है और भी कई खास बात

पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात होने वाले सुपर फाइटर व्हीकल एमवीपी का पहली बार बीएसएफ छत्तीसगढ़ में उपयोग किया जाएगा।

121

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित अबूझमाड़, रावघाट, कांकेर और अंतागढ़ के इलाकों में अब सुपर फाइटर बीएसएफ के ‘एरावत’ की जल्द ही तैनाती की जाएगी। यह जवानों को लैंड माइंस से भी सुरक्षित करेगा। बीएसएफ के फ्रंटियर में हाल ही में 10 माइंस व्हीकल पहुंचे हैं। पाकिस्तान और चीन की सीमा पर तैनात होने वाले सुपर फाइटर व्हीकल एमवीपी का पहली बार बीएसएफ छत्तीसगढ़ में उपयोग होगा। दुर्ग से इसके रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन्हें नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात बीएसफ की बटालियन और सीओबी में भेजा जाएगा।

पूरी बॉडी है बुलेट प्रुफ
बीएसएफ के प्रभारी आईजी सुमंदर सिंह दबास के अनुसार एरावत में बैठे- बैठे चारों ओर के मूवमेंट को कैमरे के माध्यम से देखा जा सकता है और उसी के अनुसार दुश्मनों को जवाब दिया जा सकता है। एरावत में मोटर गन चलाने के लिए जगह है ,जहां से दुश्मनों को टारगेट किया जा सकता है। इसकी पूरी बॉडी बुलेट प्रुफ है। साथ ही इसके शीशे भी बुलेटप्रुफ हैं। लैंडमाइंस का भी इस पर असर नहीं होता।

ये भी पढ़ेंः रूस-यूक्रेन में युद्ध अटल? अमेरिका के इस रुख से मिल रहे संकेत

जवानों की करेगा सुरक्षा
उन्होंने बताया कि एरावत दुर्गम स्थानों में पहुंचने से लेकर लैंड माइंस और फायरिंग में जवानों की सुरक्षा करता है। हाथी की तरह मजबूत इस गाड़ी में न सिर्फ जवान सुरक्षित रहते हैं बल्कि वे इसके अंदर रहकर दुश्मनों पर जवाबी हमला भी कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ में बीएसएफ की 8 बटालियन तैनात हैं।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.