Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान(Naxal eradication campaign) लोन वर्राटू (घर वापस आइए) के तहत नक्सली संगठन(Naxal Organization) में सक्रिय 14 लाख के इनामी छह नक्सलियों(Six Naxalites with a reward of Rs 14 lakh surrendered) ने 26 मार्च काे डीआरजी कार्यालय(DRG Office) में आत्मसमर्पण(Surrender) किया है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार की आर्थिक सहायता(Financial assistance of Rs 25,000 each) प्रदान की गई।
किस पर था कितना इनाम?
आत्मसमर्पित नक्सलियाें में शांति मंडावी पूर्वी बस्तर डिवीजन के कंपनी नंबर 6 की सदस्य, इनामी आठ लाख, सुखराम उर्फ बादल उत्तर सब-जोनल सदस्य, इनामी तीन लाख, प्रकाश उर्फ चिन्ना बैयमपल्ली आरपीसी सीएनएम अध्यक्ष, इनामी दाे लाख, मुकेश उर्फ कमलू सुंडाम–बैयमपल्ली आरपीसी जनताना सरकार उपाध्यक्ष, मुचाकी सन्नी बुरगुम आरपीसी केएएमएस एवं जोगा मुड़ाम परलागट्टा संघम सदस्य ने डीआरजी कार्यालय दंतेवाड़ा में आज आत्मसमर्पण कर दिया है। सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार की आर्थिक सहायता, स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग और कृषि भूमि जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी, ताकि वे समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें। एसपी गौरव ने बताया कि रायलोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक दंतेवाड़ा जिले में 221 इनामी सहित कुल 912 नक्सलीआत्मसमर्पण कर चुके हैं।
मुख्यधारा में जोड़ने के लिए व्यापक अभियान
उल्लेखनीय है कि दंतेवाड़ा पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा भटके युवाओं को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। नक्सल प्रभावित अंदरूनी इलाके में लगातार खाेले जा रहे सुरक्षा कैंप से बढ़ते दबाव के फलस्वरूप नक्सली संगठन में सक्रिय सदस्य मुख्य धारा में वापस लाैट रहे हैं।