हावड़ा से पुरी जा रही सुपरफास्ट एक्सप्रेस बड़ी दुर्घटना का शिकार होने से बाल-बाल बच गई । यह रेलगाड़ी 20 मई की रात हावड़ा से पुरी के लिए रवाना हुई थी। पश्चिम मेदिनीपुर जिले के नेकुड़सेनी स्टेशन पर पहुंचने से पहले अचानक ट्रेन के डिब्बे एक-दूसरे से अलग हो गए।
इस कारण हुआ हादसा
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि स्टेशन पर प्रवेश करने से पहले कपलिंग खुल गई थी। सुपरफास्ट एक्सप्रेस में इंजन के साथ दो डिब्बे जुड़े रहे और उन्हीं दोनों डिब्बों को लेकर इंजन आगे बढ़ने लगा । बाकी डिब्बे पटरी पर छूट गए। इसकी भनक लगते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। तुरंत स्टेशन मास्टर और रेलवे के अन्य अधिकारियों के सहयोग से उस पटरी पर सिग्नल को बंद किया गया और सभी गाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई।
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सुपरफास्ट ट्रेन के ड्राइवर ने दिखाई सूझबूझ
सुपरफास्ट ट्रेन के ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए इंजन को रोका और फिर धीरे-धीरे पीछे करके उसे अलग हुए डिब्बों के पास लाया गया। रेलवे के तकनीशियन ने खुली हुई कपलिंग को फिर से जोड़ा। उसके बाद बाकी डिब्बों की भी कपलिंग चेक की गई और करीब एक घंटे के बाद ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना किया गया।