पिछले कई दिनों से महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण बढ़ने से लोगों के साथ ही उद्धव सरकार की भी चिंता बढ़ गई है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन इसकी रोकथााम के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इसके लिए लोगों से जहां मास्क पहनने का आग्रह किया जा रहा है, वहीं सोशल डिस्टैंसिंग पर अमल करने की भी सलाह दी जा रही है। इसके साथ ही हाथ धोने या सेनेटाइज करने की भी अपील की जा रही है। इन दिशानिर्देशों का पालन नहीं करनेवालों पर दंडात्मक कार्रवाई की जा रही है।
पुणे में कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों ने राज्य सरकार के साथ ही स्थानीय प्रशासन की भी नींद हराम कर दी है। इससे बचने के लिए यहां रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक लोगों के बिना काम के बाहर निकलने पर रोक लगा दी गई है।
इसके साथ ही होटल, रेस्टॉरेंट को रात 11 बजे तक ही खुला रखने का निर्देश दिया गया है। देर रात बेवजह घूमने-फिरने वाले लोगों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। हालांकि अति आवश्यक सेवा को जारी रखने की मंजूरी दी गई है।
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उपमुख्यमंत्री की बैठक में लिए गए ये निर्णय
पुणे में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मद्दे नजर राज्य के उपमपख्यमंत्री अजित पवार ने 21 फरवरी को स्थानीय मनपा अधिकारियों के साथ बैठक की। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। विभागीय आयुक्त सौरभ राव ने लिए गए निर्णयों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि शहर में अति आवश्यक सेवा जैसे दूध वितरण और समाचार पत्रों का वितरण जारी रहेगी, जबकि कॉलेज और कोचिंग क्लासेस बंद रहेंगे। हालांकि प्रतिस्पर्धी परीक्षाएं 50 फीसदी क्षमता के साथ जारी रहेंगी।
पुलिस की लिखित मंजूरी जरुरी
होटल, बार, रेस्टॉरेंट रात 11 बजे के बाद बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। इसके साथ ही शादी, समारोह, रैली, सम्मेलन आदि कार्यक्रम में मात्र 200 लोगों के शामिल होने की इजाजत दी गई है। इसके लिए पुलिस से लिखित मंजूरी जरुरी है।