कोरोना वायरस की उत्पति की जांच करने चीन के वुहान शहर पहुंची विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम ने कई महत्वपूर्ण रहस्योद्घाटन किया है। जांच के बाद मिली जानकारी के मुताबिक चीन में शुरुआती दौर में कोरोना के 13 तरह के स्ट्रेन पाए गए थे। उसने चीन पर कोरोना वायरस को लेकर कई जानकारियां छिपाने का भी खुलासा किया है। ध्यान देनेवाली बात यह भी है कि चीन ने अपने देश के 174 शुरुआती मरीजों के डाटा उपलब्ध कराने से इनकार कर दिया है। ये डाटा वैज्ञानिकों की टीम ने मांगे थे।
यह भी कहा जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ की टीम को वुहान में जांच करने की पूरी आजादी नहीं थी और वह सीमित दायरे में ही काम कर रही थी। उसे आंकड़ों और सूचनाओं को इकट्ठा करने की पूरी आजादी नहीं दी गई। टीम को यहां के कई स्थानों पर जांच करने के बाद पता चला कि जानकारी दिए जाने से पहले ही वुहान में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलने लगा था। टीम का नेतृत्व कर रहे वैज्ञानिक पीटर बैन एंबारेक ने यह जानकारी दी है।
और भी हो सकते हैं कई खुलासे
विशेषज्ञों की यह टीम ब्लैड सैंपल प्राप्त करना चाहती थी, लेकिन चीन ने इसकी इजाजत नहीं दी थी। इसके बावजूद टीम मे बेहतर काम किया और काफी महत्वपूर्ण जानकारी पता लगाने में सफल रही। विशेषज्ञो ने वुहान में दिसंबर 2019 के 13 अलग-अलग तरह के सार्स-कोविड-2 जनेटिक सीक्वेंस हासिल किए हैं। इससे कोरोना के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की जा सकेगी।
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टीम में थे कुल 17 विशेषज्ञ
इसके साथ ही 2019 में मरीजों के मिले आंकड़ों को भी इस जांच में शामिल किया जा रहा है। एंबारेक ने बताया कि विभिन्न स्थानों पर विभिन्न तरह के जेनेटिक सीक्वेंस मिले हैं, इनमें से कुछ हुनान सी फूड मार्केट में मिले हैं। डब्ल्यूएचओ की टीम में कुल 17 विशेषज्ञ थे।