पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति और नगर पालिकाओं की नियुक्ति में धांधली के बाद अब पंचायतों की नियुक्ति में भी धांधली उजागर हुई है। केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) सूत्रों ने बताया है कि पंचायतों की नियुक्ति में कई सारे साक्ष्य सामने आए हैं जिसमें इस बात के संकेत मिले हैं कि बड़ी राशि का लेनदेन हुआ है।
ईडी ने शुरू की जांच
ईडी सूत्रों ने बताया है कि हुगली जिला प्रशासन से पिछले 10 सालों में पंचायतों में हुई नियुक्ति संबंधी साक्ष्य मांगे गए हैं। शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार के सिलसिले में हुगली से गिरफ्तार किए गए अयन शील एवं शांतनु बनर्जी से हुई पूछताछ में इस बारे में जानकारी मिली है। ये दोनों ना केवल नगरपालिका और शिक्षक नियुक्ति बल्कि पंचायतों की नियुक्ति में भी शामिल थे।
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2014 से अब तक की नियुक्तियों की मांगी सूची
2014 से लेकर आज तक पंचायतों में जितनी नियुक्ति हुई है उसकी पूरी सूची ईडी ने मांगी है। इस बारे में पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार ने बुधवार को कहा कि जिला प्रशासन से ईडी ने कुछ तथ्य मांगा है। निश्चित तौर पर उसका जवाब दिया जाएगा। अगर कोई दस्तावेज मांगे तो इसका मतलब यह नहीं होता कि अपराध हुआ है। फिलहाल जांच होने दीजिए, चीजें उजागर हो जाएंगी।