मुंबई से बाराबंकी जनपद में शादी समारोह में शामिल होने आई नाबालिग बालिका भटक कर बस्ती पहुंच गई थी, जिसे 14 नवंबर को न्याय पीठ बाल कल्याण समिति ने आवश्यक कार्यवाही के बाद परिजनों को सौंप दिया, बालिका को पाकर परिजन खुशी से झूम उठे।
ये है मामला
बताते चलें कि उक्त बालिका मुंबई के थाना जनपद के गैवी नगर की निवासी है। वह अपने घर वालों के साथ बाराबंकी जनपद में अपने रिश्तेदार के घर विवाह समारोह में शामिल होने आई थी। विवाह समारोह के बाद रेलवे स्टेशन से यह बालिका घर वालों के साथ मुंबई जाने वाली रेल गाड़ी के बजाय गोरखपुर जाने वाली गाड़ी पर बैठ गई।
परेशान दिख रही थी बालिका
बस्ती रेलवे स्टेशन पर बालिका को परेशान हाल में देखकर आरपीएफ ने चाइल्ड लाइन के कार्यकर्ताओं को बुलाकर सौंप दिया था। चाइल्ड लाइन ने 12 नवंबर को बालिका को न्याय पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया, न्याय पीठ के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा ने बालिका का मेडिकल जांच कराने के साथ ही बालिका के परिजनों को सूचित करने का आदेश दिया था। 14 नवंबर को बालिका के बड़े भाई ने न्याय पीठ के समक्ष प्रस्तुत हो कर जरूरी कागजात प्रस्तुत किया। मामले की जांच -पड़ताल के बाद न्याय पीठ के अध्यक्ष प्रेरक मिश्रा, सदस्य अजय श्रीवास्तव, डॉ.संतोष श्रीवास्तव, गोवर्धन गुप्ता और मंजू त्रिपाठी की टीम ने निर्णय लिया कि यह मामला महाराष्ट्र प्रदेश का है। अतः बालिका के निवास स्थान की सीडब्लूसी को मामला स्थानांतरित करते हुए बालिका को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।