बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान असनी के प्रभाव से राज्य के विभिन्न तटीय क्षेत्रों में लगातार बारिश का सिलसिला बुधवार को भी जारी रहने वाला है। मौसम विभाग ने बताया है कि फिलहाल यह चक्रवात आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा तटीय क्षेत्र से 180 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण पश्चिम और विशाखापट्टनम से 310 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में स्थित है। इसके अलावा ओडिशा के समुद्र तट पुरी से 660 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है। यह आंकड़ा तड़के 2:30 बजे का है।
जानकारी के अनुसार चक्रवात 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय क्षेत्रों की ओर आगे बढ़ रहा है। हालांकि पश्चिम बंगाल पर इसका बहुत अधिक प्रभाव पड़ने वाला नहीं है लेकिन तीन दिनों से लगातार जारी बारिश अगले 48 घंटे तक जारी रहेगी।
मौसम विभाग ने दी जानकारी
मौसम विभाग का कहना है कि 10 मई की रात आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों से तूफान टकराएगा, जिसके बाद 60 से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं वहां चल सकती हैं। इसके प्रभाव से पश्चिम बंगाल के भी तटीय इलाकों जैसे हावड़ा, हुगली, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्व पश्चिम मेदिनीपुर तथा राजधानी कोलकाता में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश होगी।
सुरक्षित स्थान पर पहुंचाए गए लाखों लोग
पश्चिम बंगाल सरकार ने सावधानी बरतते हुए तटीय क्षेत्रों के कच्चे मकानों में रहने वाले लाखों लोगों को राज्य सरकार की ओर से बनाए गए शिविरों में सुरक्षित पहुंचा दिया है। राज्य सचिवालय में कंट्रोल रूम खोला गया है जो मंगलवार से ही काम कर रहा है। इसके अलावा कोलकाता पुलिस और कोलकाता नगर निगम ने भी अलग से कंट्रोल रूम खोला है जो महानगर के निवासियों की मदद के लिए मंगलवार से ही काम कर रहा है।
अगले 24 घंटे का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि पिछले 24 घंटे के दौरान राजधानी कोलकाता में 44.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है जो फिलहाल जारी रहने वाली है। इसकी वजह से तापमान में गिरावट हुई है। बुधवार को राजधानी कोलकाता में न्यूनतम तापमान 25.1 डिग्री सेल्सियस है जो सामान्य से एक डिग्री कम है जबकि अधिकतम तापमान भी महज 33.3 डिग्री सेल्सियस है जो सामान्य से दो डिग्री कम है।
इस तारीख तक खत्म होगा चक्रवात
फिलहाल कोलकाता के साथ-साथ हावड़ा, हुगली, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, पूर्व बर्दवान तथा उत्तर और दक्षिण 24 परगना में बारिश हो रही है जो दिन भर जारी रहने वाली है। 11 मई को चक्रवात कमजोर पड़ेगा और 12 से इसका असर खत्म हो सकता है।