चक्रवात ‘बिपारजॉय’ (Cyclone Biparjoy) 10 दिनों तक अरब सागर (Arabian Sea) में तबाही मचाने के बाद गुजरात (Gujarat) के कच्छ (Kutch) जिले के जखाऊ बंदरगाह से टकराया। चक्रवात के कारण कच्छ और सौराष्ट्र (Saurashtra) के तटों पर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश (Rain) हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, चक्रवाती तूफान बिपारजॉय उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ गया है और अब यह गुजरात के कच्छ जिले में धोलावीरा के पास है। चक्रवात की तीव्रता थोड़ी कम हुई है, अब यह 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाला चक्रवाती तूफान है।
यह भी पढ़ें- कोचिंग अग्निकांड: उच्च न्यायालय ने दिल्ली सरकार, अग्निशमन सेवा और एमसीडी से मांगा जवाब
गुजरात सरकार ने बताया कितना नुकसान हुआ
चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के गुजर जाने के बाद गुजरात सरकार ने स्थिति की जानकारी दी। बताया गया कि तूफान के कारण तीन राजमार्गों को बंद करना पड़ा। चक्रवात के कारण 4600 गांव प्रभावित हुए हैं। अब तक 600 से ज्यादा पेड़ गिरने की सूचना मिली है। 80,000 बिजली के खंबे गिरे हैं।
पिता और पुत्र की मृत्यु
भावनगर जिले में बाढ़ की खाई में फंसी अपनी बकरियों को बचाने की कोशिश के दौरान एक पिता और पुत्र की मौत हो गई। वहीं, देवभूमि द्वारका में पेड़ गिरने से तीन लोग घायल भी हुए हैं। तूफान फिलहाल 13-14 किमी की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। तूफान के चलते आज भी कच्छ, द्वारका और जामनगर में तेज हवा के साथ बारिश होगी।
चक्रवाती तूफान बिपारजॉय का असर गुजरात के भुज के भवानीपार गांव में भी देखा गया। जहां तेज हवा और बारिश के कारण एक छोटा पुल बह गया। हालांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।
राजस्थान में अलर्ट
गुजरात के तट से टकराने के बाद बिपारजॉय तूफान की रफ्तार कम हो गई है। अब यह तूफान राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। दक्षिण राजस्थान में बारिश की उम्मीद है। राजस्थान में तूफान से निपटने की तैयारी तेज हो गई है।
देखें यह वीडियो- पढ़ाने के लिए बुलाया और सिखाने लगे बांग, हिंदू के स्कूल में बवाल
Join Our WhatsApp Community