महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण विभाग के अनुसार राज्य में हाल ही में हुई भारी बारिश और उससे मची तबाही के परिणामस्वरूप बाढ़ और भूस्खलन से प्रदेश की सड़कों को लगभग 1,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। यह जानकारी लोक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने दी है।
अशोक चव्हाण ने कहा कि भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से राज्य के सभी हिस्सों में सड़कों और पुलों को भारी नुकसान हुआ है। सबसे ज्यादा 700 करोड़ रुपये का नुकसान अकेले कोंकण क्षेत्र में हुआ। इसके साथ ही पुणे , अमरावती, औरंगाबाद, नागपुर और नासिक मंडल में भारी नुकसान हुआ है।
कई क्षेत्रों का निरीक्षण जारी
लोक निर्माण मंत्री ने बताया कि कोंकण और पश्चिमी महाराष्ट्र के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में हुई क्षति का निरीक्षण करने के लिए जिलेवार मुख्य अभियंता और समकक्ष स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि अभी भी कई क्षेत्रों में बारिश हो रही है और मलबा हटाने का काम जारी है। इसलिए कुछ ही जगहों पर प्रत्यक्ष निरीक्षण किया गया है, जबकि कई जगहों पर क्षतिग्रस्त सड़कों की तस्वीरों और ड्रोन फोटोग्राफी के जरिए प्राथमिक नुकसान का अनुमान लगाया गया है।
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3 अगस्त को बैठक
प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, 290 सड़कें यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गईं हैं, 469 सड़कें बाधित और 140 पुल और पुलिया ध्वस्त हो गई हैं। अंतिम निरीक्षण रिपोर्ट में नुकसान बढ़ने की उम्मीद है। अशोक चव्हाण ने बताया कि राज्य के हालात की समीक्षा के लिए 3 अगस्त को मुंबई में लोक निर्माण विभाग की बैठक होगी। इस बीच, चव्हाण ने कहा कि उन्होंने राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों को हुए नुकसान के बारे में केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से टेलीफोन पर बातचीत की है।