रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) मंगलवार (24 अक्टूबर) को अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग में अग्रिम सैन्य अड्डे (Military Bases) पर सेना के जवानों (Army Personnel) के साथ दशहरा (Dussehra) मनाएंगे। इस दौरान वह सेना के जवानों के साथ शस्त्र पूजा (Weapon Worship) भी करेंगे। वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) के पास रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण स्थल पर सैनिकों के साथ दशहरा मनाने का रक्षा मंत्री का निर्णय ऐसे समय में आया है जब पूर्वी लद्दाख में तीन साल से अधिक समय से भारत-चीन के बीच गतिरोध चल रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी यात्रा के दौरान अरुणाचल प्रदेश में एलएसी पर जमीनी स्थिति की व्यापक समीक्षा भी करेंगे। उनके क्षेत्र के कुछ अग्रिम स्थानों का दौरा करने की भी उम्मीद है।
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पिछले कुछ सालों से राजनाथ सिंह दशहरे पर शस्त्र पूजा करते आ रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में कई स्थानों पर सीमा को लेकर भारतीय और चीनी सैनिक तीन साल से अधिक समय से आमने-सामने हैं। हालांकि, दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई क्षेत्रों से सैनिकों को हटा लिया है।
एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक और हथियार तैनात
भारत कहता रहा है कि जब तक सीमावर्ती इलाकों में शांति नहीं होगी तब तक चीन के साथ उसके रिश्ते सामान्य नहीं हो सकते। पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बाद, सेना ने सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के सेक्टरों सहित लगभग 3,500 किलोमीटर लंबी एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिकों और हथियारों को तैनात किया है।
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