दिल्ली- एनसीआर में दिनोंदिन बढ़ते प्रदूषण के स्तर से वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब श्रेणी से बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है। लोगों का सांस लेना दूभर होता जा रहा है। 2 नवंबर को दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 354 दर्ज किया गया। वहीं मंगलवार शाम चार बजे एक्यूआई 424 दर्ज किया गया था।
सफर के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली हवाई अड्डे के पास पीएम 2.5 का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 350 रहा वहीं नोएडा में 406, गुरुग्राम में 346 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों की माने तो पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली के कारण आने वाले दिनों में राजधानी में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में रहने की पूरी आशंका है।
सांस से संबंधित बीमारियां बढ़ीं
डॉक्टरों के मुताबिक प्रदूषण के कारण लोगों में सांस की तकलीफें बढ़ने लगी है। खासकर अस्थमा के मरीजों के लिए यह हवा बेहद खतरनाक है। डॉ. नरेन्द्र सैनी ने बताया कि अस्पताल में पहुंचने वाले 10 में से 5 मरीजों में सांस की तकलीफें देखी जा रही है। प्रदूषण से स्वास्थ्य पर दूगामी प्रभाव भी देखने को मिलेंगे। इसमें फेफड़े कमजोर होना और कैंसर भी शामिल है। डॉ. सैनी ने इससे बचाव की सलाह देते हुए कहा कि आने वाले दिनों में लोगों को घर के अंदर ही रह कर व्यायाम करना चाहिए। सुबह की सैर को अभी थोड़ा टालना चाहिए। घर से बाहर निकलने के समय एन 95 मास्क लगाना चाहिए।