हाल ही में दिल्ली (Delhi) में एक अंतरराज्यीय किडनी रैकेट (Inter-State Kidney Racket) का भंडाफोड़ (Busted) हुआ है, जिसमें सात लोगों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है। यह रैकेट बांग्लादेश (Bangladesh) से भारत (India) में संचालित किया जा रहा था। गिरफ्तार लोगों में 50 वर्षीय महिला डॉक्टर भी शामिल है, जिसने नोएडा के एक अस्पताल में 16 से अधिक अवैध किडनी (Illegal Kidney) ट्रांसप्लांट किए थे। रैकेट में मरीजों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर भारत लाया जाता था और उनकी किडनी निकाल ली जाती थी।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि उसने अंतरराज्यीय किडनी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “आरोपी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पांच राज्यों के कई अस्पतालों में ट्रांसप्लांट करवाते थे।” उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने एक सप्ताह तक चली कार्रवाई के बाद इन्हें गिरफ्तार किया है।
#WATCH दिल्ली पुलिस DCP(क्राइम) अमित गोयल ने अंतरराज्यीय किडनी रैकेट पर बताया, "हमने अंतरराज्यीय रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें संदीप आर्य मुख्य सरगना है। ये मरीज और डोनर की पहचान करते थे और फिर फर्जी दस्तावेज तैयार कर ट्रांसप्लांट करवाते थे। संदीप… pic.twitter.com/yHmDlW5qDf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 19, 2024
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सोशल मीडिया के माध्यम से अपराध
किडनी दान करने के लिए डोनर को 5 से 6 लाख रुपये दिए जाते थे। कई आरोपी सोशल मीडिया के जरिए किडनी डोनर की तलाश करते थे। गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में तीन ऐसे हैं, जिन्होंने खुद अपनी किडनी दान की है। आरोपी सोशल मीडिया के जरिए डोनर से संपर्क करते थे और उनकी खराब आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर किडनी डोनेट करने के लिए 5 से 6 लाख रुपए देने के नाम पर उनका शोषण करते थे।
कैसे पकड़ा गया रैकेट
क्राइम ब्रांच ने बताया कि इस गिरोह का भंडाफोड़ एक महिला की शिकायत के बाद हुआ, जिसके पति से किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर 35 लाख रुपए ठगे गए थे। यह गिरोह दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, मध्य प्रदेश और गुजरात में सक्रिय था। डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि क्राइम ब्रांच के आईएससी को एक सुसंगठित गिरोह के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जो भारतीय नागरिकों के अवैध किडनी ट्रांसप्लांट में शामिल है। इस सूचना की पुष्टि की गई और गिरोह का पता लगाने के लिए काम किया गया। पीड़ितों की पहचान के दौरान एक महिला शिकायतकर्ता ने संदीप और विजय कुमार कश्यप उर्फ सुमित के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई कि उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट के नाम पर उसके पति से 35,00,000/- रुपए ठगे हैं।
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