सोशल मीडिया पर कोई अनजान लड़की फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजें तो जरा सावधान रहें। कहीं ऐसा न हो कि वह कोई शातिर ठग हो। जी हां, रोहिणी जिला के साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे ही विदेशी नागरिक को ठगी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपित इंस्टाग्राम, फेसबुक और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लड़की बनकर लोगों से दोस्ती कर लेता था।
बाद में उनको विदेशों से महंगे तोहफे भेजने के नाम पर ठग लिया जाता था। पकड़े गए आरोपित की पहचान घाना, पश्चिम अफ्रीका निवासी प्रिंस जॉय (35) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित के पास से नौ मोबाइल फोन, 31 सिमकार्ड, 13 डेबिट कार्ड और एक लैपटॉप बरामद किया है। पुलिस को इसके एक अन्य साथी की तलाश है।
11 जुलाई को दर्ज हुई थी शिकायत
पुलिस के अनुसार 11 जुलाई को नेशनल साइबर क्राइम पोर्टल के जरिये साइबर पुलिस थाने को एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता गोविंद सिंह ने बताया कि वह प्राइवेट नौकरी करता है। जून माह में उसने इंस्टाग्राम पर एक लड़की का फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट कबूल किया था।
दोनों में हो गई दोस्ती
चैट के दौरान दोनों एक दूसरे के दोस्त बन गए। युवती ने 10 जुलाई को गोविंद के बर्थडे पर उसे विदेश से महंगा गिफ्ट भेजने के लिए कहा। गोविंद उसके झांसे में आ गया। इस बीच नौ जुलाई को पीड़ित के मोबाइल नंबर पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आयी। कॉलर ने बताया कि उनके पास एक पार्सल आया है। शिपमेंट चार्ज के नाम पर आरोपित ने पीड़ित से 27 हजार 300 रुपये मांगे।
रुपए ट्रांसफर करने के बाद मांगने लगा कस्टम टैक्स
दिए गए अकाउंट नंबर पर पीड़ित ने रुपये ट्रांसफर कर दिए तो इसके बाद उससे कस्टम के नाम पर 31 हजार 500 रुपये मांगने लगे। पीड़ित को समझ आ गया कि उसके साथ ठगी हुई है। गोविंद की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। टेक्निकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को पता चला कि जिस खाते में ठगी की रकम गई है, वह किसी आसमा के नाम पर चल रहा है।
आरोपी ने कबूल किया अपराध
ठगी की रकम को खानपुर विस्तार के एक एटीएम से निकाला गया था। पुलिस ने जांच के बाद आरोपित की पहचान कर उसे देवली से दबोच लिया। पूछताछ के दौरान आरोपित ने अपना अपराध कबूल कर लिया। आरोपित ने बताया कि उसे कॉल करने के लिए चौहान नामक व्यक्ति सिमकार्ड उपलब्ध करवाता है। फिलहाल पुलिस उसकी तलाश कर रही है।