Infiltrators: दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों की खैर नहीं! अमित शाह के ग्रीन सिग्नल के बाद एक्शन में पुलिस

86

Infiltrators: दिल्ली पुलिस(Delhi Police) ने अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों(Bangladeshis living illegally) की पहचान करने का अभियान तेज(Campaign intensifies) कर दिया है। इसी अभियान के तहत पुलिस ने बाहरी जिले में अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार(Three Bangladeshi citizens arrested) किया है। पुलिस ने इनको डिपोर्ट के लिए भेज दिया है। आरोपियों की पहचान बांग्लादेश के कुरी ग्राम निवासी सफरुद्दीन, इब्राहिम और शोएब आदि के रूप में हुई है। ‌दिल्ली पुलिस ने उतारी जिला के सदर बाजार इलाके में रहने वाले एक बांग्लादेशी और उसके बेटे को भी गिरफ्तार किया है आरोपियों के पास दिल्ली का मतदाता पहचान(Delhi Voter ID Card) पत्र भी मिला है। इनकी पहचान मोहम्मद बिलाल और बेटे मोहम्मद फारूक के रूप में हुई है।

पुलिस ने 833 लोगों की जांच की
दिल्ली पुलिस का फॉरेन सेल लगातार अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान के लिए सत्यापन अभियान चला रही है। पुलिस का कहना है कि पुलिस टीम ने अवैध बांग्लादेशी की पहचान के लिए पीवीसी मार्केट मुंडका, बाबा हरिदास कॉलोनी, पी 4 ब्लॉक सुल्तानपुरी, बेनीवाल लोहा मंडी, राज पार्क, टिकरी बॉर्डर,गजराज पार्क और हनुमान मंदिर, कमरुद्दीन इलाकों में छापेमारी की और 833 लोगों की जांच की।

पुलिस ने 267 संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान की है, जिनमें से 174 पश्चिम बंगाल और 93 असम के रहने वाले हैं। इनकी पुष्टि के लिए पुलिस टीम पश्चिम बंगाल और असम में जांच कर रही है। पुलिस ने 7 मार्च को सदर बाजार इलाके में छुपे एक बांग्लादेशी नागरिक को गिरफ्तार किया। उसकी पहचान मोहम्मद बिलाल के रूप में हुई उसके पास से भारतीय मतदाता पहचान पत्र बरामद हुआ।

किराये के घर में रह रहे थे घुसपैठिया
पुलिस ने उसके बेटे मोहम्मद फारूक को 10 मार्च को गिरफ्तार किया था । वह नई बस्ती इलाके में किराए के मकान में रह रहा था और इलाके में केबल ऑपरेटर का काम करता था। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है और यह पता लग रही है कि क्या उन दोनों ने इस साल हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में वोट दिया था?

नेटवर्क ध्वस्त करने की तैयारी
बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को देश में प्रवेश करने ,उनके दस्तावेज बनवाने और यहां रहने में मदद करने वाले पूरे नेटवर्क के खिलाफ पुलिस ने सख्ती के संदेश दिए हैं। दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की मदद करने वाले पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करने का प्लान तैयार किया है । गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि घुसपैठियों का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए । उनकी पहचान करके उन्हें निर्वासित किया जाना चाहिए।

Rajya Sabha: भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक साल में पकड़े गए कितने बांग्लादेशी ? यहां जानें

मेघालय और पश्चिम बंगाल बॉर्डर से आते हैं घुसपैठिए
दिल्ली पुलिस का कहना है कि मेघालय और पश्चिम बंगाल बॉर्डर से अवैध तरीके से बांग्लादेशी आते हैं । बॉर्डर क्रॉस करते ही जंगल के रास्ते आगे बढ़ते हैं और फिर एजेंट उन्हें एक फर्जी आधार कार्ड देता है । इसके बाद यह लोग किसी रेलवे स्टेशन या बस अड्डे पर पहुंचते हैं। बाद में वहां से दिल्ली पहुंचते हैं। अवैध रूप से दिल्ली आने वाले बांग्लादेशी 17 साल से कम उम्र बताकर अपने बर्थ सर्टिफिकेट बनवाते हैं। इसी के आधार पर वे आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवाते हैं। ‌ दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई लोग पकड़े हैं, जिनके दस्तावेज मेघालय या आसाम के मिले हैं । यह एक बड़ा सिंडिकेट है जिसमें बांग्लादेश से लेकर भारत तक के एजेंट होते हैं । ये गिरोह अवैध घुसपैठ कराने के लिए मोटी रकम वसूलते है ।

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.