Infiltrators: बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों(Bangladeshi and Rohingya infiltrators) को दिल्ली(Delhi) से वापस भेजने के लिए दिल्ली में एक अभियान की रूपरेखा तैयार(Campaign outline ready) की गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Union Home Minister Amit Shah) की दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, गृह मंत्री आशीष सूद, पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के साथ बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया है। इस फैसले के अनुसार बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को देश में प्रवेश कराने ,उनके दस्तावेज बनवाने और यहां रहने में मदद करने वाले पूरे नेटवर्क(Network) के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई(Strict action) की जाएगी। इसके लिए पूरा प्लान तैयार किया गया है।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि घुसपैठियों का मुद्दा राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है और इससे सख्ती से निपटा जाना चाहिए । उनकी पहचान करके उन्हें निर्वासित किया जाना चाहिए।
चुनाव के समय उठा था मुद्दा
दिल्ली में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशी घुसपैठियों का मुद्दा चुनावों के समय काफी जोर-जोर से उठा था । गृह मंत्रालय के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने बीते दिसंबर महीने में दिल्ली के 15 जिलों में अभियान चलाकर बांग्लादेश के घुसपैठियों की पहचान कर उनकी ध- पकड़ की कार्रवाई शुरू कर दी थी। दिल्ली पुलिस ने इस कड़ी में तीन चार ऐसे गिरोह का पता लगाया था, जो बांग्लादेश से दिल्ली तक लाने व उनके आधार कार्ड से लेकर अन्य भारतीय दस्तावेज बनवा रहे थे।
22,000 संदिग्ध बांग्लादेशियों की पहचान
कार्रवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने 22,000 संदिग्ध बांग्लादेशियों की पहचान की थी। जिनके दस्तावेज की गहन जांच की जा रही है। तकरीबन 800 संदिग्धों के आधार कार्ड की जानकारी जुटाने के लिए भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से जानकारी मांगी गई है। दिल्ली पुलिस ने अब तक 120 से अधिक अवैध बांग्लादेशियों को वापस भेजा है । उनमें से 70 के पास कोई भी भारतीय दस्तावेज नहीं मिला था।
घुसपैठ कराने वाले नेटवर्क को किया जाएगा ध्वस्त
दिल्ली पुलिस का कहना है कि मेघालय और पश्चिम बंगाल बॉर्डर से अवैध तरीके से बांग्लादेशी देश की राजधानी में आते हैं। बॉर्डर क्रॉस कर वे जंगल के रास्ते आगे बढ़ते हैं और फिर एजेंट उन्हें फर्जी आधार कार्ड देते हैं । इसके बाद यह लोग किसी रेलवे स्टेशन या बस अड्डे पर पहुंचते हैं। बाद में वहां से दिल्ली पहुंचते हैं। अवैध रूप से दिल्ली आने वाले बांग्लादेशी 17 साल से कम उम्र बताकर अपने बर्थ सर्टिफिकेट बनवाते हैं और इसी के आधार पर आधार कार्ड और वोटर कार्ड बनवाते हैं। दिल्ली पुलिस ने ऐसे कई लोग पकड़े हैं, जिनके दस्तावेज मेघालय या आसाम के मिले हैं । यह पूरा सिंडिकेट है, जिसमें बांग्लादेश से लेकर भारत तक के एजेंट होते हैं । ये गिरोह अवैध घुसपैठ कराने के लिए बांग्लादेशियों से मोटी रकम वसूलते हैं ।
एक्शन प्लान के तहत कार्रवाई
दिल्ली पुलिस बांग्लादेशी और रोहिंग्या की जानकारी जुटाने के लिए मार्केट एसोसिएशन और आरडब्ल्यू के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही है, ताकि उनके बारे में स्थानीय स्तर पर जानकारी जुटाई जा सके। एक्शन प्लान के तहत प्रत्येक महीने गृह मंत्रालय , दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस के अधिकारी महानगर की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करेंगे ।