Hospital murder case: जीटीबी अस्पताल में 14 जुलाई को दिनदहाड़े वॉर्ड में घुसकर मरीज की हत्या के बाद से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ दहशत में हैं। इसकाे लेकर वे 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। इसमें रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग यूनियन और कर्मचारी यूनियन शामिल है। इनका कहना है कि उपराज्यपाल मामले में स्वयं हस्तक्षेप करें और अस्पताल की सुरक्षा संभाल रही एजेंसी का कांट्रेक्ट समाप्त किया जाए।
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मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को हटाने की मांग
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए- डॉक्टर-नर्सिंग अधिकारी) का कहना है कि गुरु तेग बहादुर अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट को अविलंब पद से हटाया जाए। एमएमएस (सुरक्षा), एएमएस(पीडब्ल्यूडी) एमओआईसी(सुरक्षा) को उनके पद से बर्खास्त किया जाये। पिछले 10 वर्षों से अस्पताल प्रशासन के साथ सांठ – गांठ कर घटिया स्तर का सुरक्षा गार्ड प्रदान कर रही सुरक्षा एजेंसी की सेवा अविलंब समाप्त की जाए। इस एजेंसी को ज्यादातर सरकारी विभागों और अस्पताल में ब्लैक लिस्ट किया जा चुका है जिसमें बुराड़ी अस्प्ताल, यूसीएमएस (दिल्ली विश्वविद्यालय), डीडीए, एलएनजेपी अस्पताल प्रमुख रूप से शामिल हैं। आरडीए का आरोप है कि गुरु तेग बहादुर अस्पताल प्रशासन भ्रष्ट पदाधिकारियों की जाँच एंटी करप्शन विभाग या सीबीआई से कराकर दोषियों को सेवा से बर्खास्त की जाये।
सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध की मांग
रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन, नर्सिंग यूनियन और कर्मचारी यूनियन का कहना है कि जब तक अस्पताल में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।
हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि फायरिंग के दौरान गोली किसी डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को लग सकती थी। हमारी मांग है कि दिल्ली सरकार और अस्पताल प्रशासन जल्द से जल्द अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ठोस कदम उठाए और डॉक्टर व नर्सों को एक सुरक्षित माहौल प्रदान किया जाए।
असेंबली प्वाइंट पर इकट्ठे हैं हड़ताली
हड़ताल की घोषणा के बाद सुबह 9 बजे से ही नर्सिंग स्टाफ, डॉक्टर और कर्मचारी अस्पताल के असेंबली प्वाइंट पर इकट्ठा हैं। अभी आपातकाल सेवाएं जारी हैं। डॉक्टर्स ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो कल से अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर दी जाएंगी।
दिल्ली सरकार का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल
दूसरी ओर डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों की हड़ताल से इलाज कराने आ रहे मरीजों को परेशानियाें का सामना करना पड़ रहा है। जीटीबी अस्पताल पूर्वी दिल्ली का सबसे बड़ा और दिल्ली सरकार का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल है।