मुंबई (Mumbai) में इस साल बारिश कम हुई है, लेकिन मानसून के दौरान होने वाली बीमारियों के प्रकोप मामले आ रहे हैं। अगस्त माह की तुलना में सितंबर माह में मलेरिया और डेंगू के मरीजों (mosquitoes) की संख्या तेजी से बढ़ी है। कहा जाता है कि झुग्गियों में बड़ी मात्रा में मच्छर पनपते हैं, लेकिन जेजे अस्पताल में बड़े पैमाने पर हो रहे निर्माण के कारण मच्छरों का प्रजनन बढ़ गया है । इसके कारण डॉक्टर (Doctors) भी डेंगू का शिकार हो बीमार पड़ गए हैं ।
10-12 डॉक्टर डेंगू से पीड़ित
जेजे हॉस्पिटल में 300 रेजिडेंट डॉक्टरों की डॉरमेट्री की मरम्मत का काम चल रहा है। पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का पानी जमा होने के कारण इसमें मच्छर पैदा हो गए हैं। इस वजह से डॉक्टर खुद ही बीमार पड़ गए हैं, उन्हें डेंगू (dengue) हो गया है । प्रभावित डॉक्टरों को अस्पताल में भर्ती (admitted) कराया गया है। सामने आया है कि जेजे में पढ़ाई करने आए 10 से 12 डॉक्टर डेंगू से पीड़ित हैं।
300 रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल में रहते हैं 600 से ज्यादा डॉक्टर
इन 300 रेजिडेंट डॉक्टरों के हॉस्टल में 600 से ज्यादा डॉक्टर रहते हैं। इस जगह पर रहने के लिए अस्पताल और डॉक्टरों को अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है। मिली जानकारी के मुताबिक कार्डियोलॉजी विभाग के दो डॉक्टर डेंगू की बीमारी से अस्पताल में भर्ती हैं।
मलेरिया के 1,323 और डेंगू के 1,360 मामले
सितंबर के पूरे महीने में मुंबई में मलेरिया के 1,323 और डेंगू के 1,360 मामले सामने आए हैं। मलेरिया, डेंगू, लेप्टो, स्वाइन फ्लू, गैस्ट्रो, पीलिया और चिकनगुनिया से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग ने मुंबई में एक विशेष अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत 16 लाख 18 हजार 250 घरों को साफ किया गया और 8 लाख 91 हजार 250 लोगों का सर्वेक्षण किया गया। नगर पालिका के स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि 1 लाख 33 हजार 278 लोगों के रक्त के नमूने लिए गए हैं और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है।
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