तिहाड़ जेल नंबर एक में बंद कैदी के पेट से डॉक्टरों ने दो मोबाइल फोन निकाले हैं, जबकि दो ऐसी चीजें अभी भी पेट में हैं, जिनके बारे में डॉक्टर जानने की कोशिश कर रहे हैं।
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने बताया कि अगस्त में तिहाड़ जेल में मोबाइल फोन को बेचने के बारे में पुख्ता जानकारी मिली थी। हर एक की चैकिंग काफी गंभीरता से की जा रही थी। इस बीच जेल नंबर एक में बंद कैदी के पेट में दो से तीन मोबाइल फोन होने की जानकारी मिली थी। जेल प्रशासन ने उस कैदी को हिरासत में लिया है।
पेट में दर्द होने पर अस्पताल में भर्ती
इसी बीच कैदी के पेट में काफी दर्द होने के बाद उसको जीबी पंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 7 सितंबर को जीबी पंत अस्पताल में उनकी एंडोस्कोपी की गई, जिसमें उनके शरीर से दो मोबाइल फोन निकाले गए। जीबी पंत के डॉक्टरों का कहना कहा है कि उनके पेट में दो और चीजें हैं लेकिन यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है कि वे कौन सी वस्तुएं हैं।
पैसा कमाने के लिए निकाला तरकीब
जेल सूत्रों ने बताया कि कैदी ने पैसा कमाने के लिये नई तरकीब निकाली थी। छोटे फोन को पेट में सटकाकर उसको दूसरे कैदियों को सप्लाई करने की सोची थी। वह फोन को जेल में लाने में कामयाब तो हो गया लेकिन वह बाहर नहीं निकाल पाया था। जिसके कारण उसके पेट में काफी दर्द होने लगा था।
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हत्या, लूट के मामले में जेल में बंद
बताया गया कि यह कैदी हत्या, लूट और डकैती में बंद है। कुछ दिनों पहले कोर्ट डेट पर जेल से बाहर गया था। जहां से यह मोबाइल निगल कर जेल आ गया। पेट में दर्द होने पर उसने जेल अधिकारियों को पूरी बात बताई। शुरूआत में अधिकारियों ने मामले को मजाक लेकर गंभीरता से नहीं लिया था लेकिन जब उसके पेट में काफी ज्यादा दर्द हुआ और डॉक्टरों ने उसके पेट में कुछ होने के बारे में बताया तो मामले को गंभीरता से लिया था।