सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के अनुरोध के बाद पश्चिम बंगाल (West Bengal) को छोड़कर देशभर (Countrywide) के अस्पतालों (Hospitals) में डॉक्टरों (Doctors) ने हड़ताल (Strike) खत्म करने के संकेत दिए हैं। कयास लगाए जा रहे थे कि शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के भी अस्पतालों में आंदोलन कर रहे डॉक्टर काम पर वापस लौटेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि हड़ताल जारी रहेगी।
सर्वोच्च न्यायालय ने आरजी कर मेडिकल कालेज एवं अस्पताल मामले की सुनवाई के बाद पूरे देश के हड़ताली डॉक्टरों से काम पर लौटने की अपील की थी। पश्चिम बंगाल में हड़ताल अब भी जारी है। हड़ताली डॉक्टरों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सभी आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होती, हड़ताल खत्म नहीं की जाएगी।
यह भी पढ़ें – Supreme Court: अरविंद केजरीवाल को कोर्ट से फिर झटका, जमानत याचिका पर अगली सुनवाई अब. . .
हड़ताल के बारे में अगला कदम तय किया जाएगा
गुरुवार रात को हुई जनरल बॉडी की बैठक के बाद हड़ताली डॉक्टरों ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को सीबीआई कार्यालय जाकर जांच की प्रगति के बारे में जानकारी लेने के बाद हड़ताल के बारे में अगला कदम तय किया जाएगा। हैवानियत का शिकार हुई डॉक्टर को न्याय दिलाने और देशभर के स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा की मांग को लेकर नौ अगस्त से आंदोलन शुरू हुआ था।
न्याय की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे
कोलकाता में आंदोलनकारी डॉक्टरों की कई मांगें मानी गई हैं। आरजी कर के शीर्ष अधिकारियों को हटाने की मांग की गई थी, जिसे बुधवार रात को पूरा कर दिया गया। स्वास्थ्य भवन ने प्रिंसिपल, पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख, सुपरिंटेंडेंट और सहायक सुपरिंटेंडेंट को हटा दिया। पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी पद से हटा दिया गया। आंदोलनकारियों का कहना है कि वे न्याय की मांग को लेकर सड़क पर उतरे हैं और जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, वे काम पर नहीं लौटेंगे।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community