Himachal Pradesh: शिमला जिला में नशे के कारोबार(Drug trade in Shimla district) के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। पिछले साल में जिला में एनडीपीएस के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज(Increase in NDPS cases recorded) की गई। पुलिस ने जिला के विभिन्न थानों में 424 मामले दर्ज किए, जो हिमाचल के किसी भी जिले का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इन मामलों में पुलिस ने 676 नशा तस्करों को गिरफ्तार(676 drug smugglers arrested) किया है। प्रदेश में नशे की लत से जूझ रहे युवा(Youth struggling with drug addiction) और उनके डीलरों पर लगाम लगाने के लिए उन पर नजर बनाए हुए है। पुलिस उन लोगों पर शिकंजा कस रही है, जो अपनी लत की कीमत चुकाने के लिए डीलर बन रहे हैं।
शिमला के एसपी संजीव गांधी ने 3 जनवरी को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 शिमला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण(Year 2023 challenging for Shimla Police) रहा। बीते साल शिमला में नशा तस्करी में संलिप्त पाए जाने पर 676 लोग गिरफ्तार हुए हैं। यह आंकड़ा पूरे प्रदेश में हुई गिरफ्तारियों का 37 फीसदी है।
“एप्पल ऑन व्हील” की विशेष योजना
उन्होंने कहा कि सेब सीजन के दौरान सेब की फसल के परिवहन की सुविधा के लिए “एप्पल ऑन व्हील” की विशेष योजना चलाई गई, जिसमें लगभग 3 करोड़ बक्सों का परिवहन किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि सेब सीज़न के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में 50 फीसदी की कमी आई। उन्होंने कहा कि सेब सीज़न में परिवहन में जीपीएस सक्षम वाहनों के उपयोग से सेब की फसल से लदे वाहनों की चोरी में लगभग 100 फ़ीसदी की कमी आई है। चूंकि बाद में केवल एक मामला रिपोर्ट किया गया था, लिहाजा वाहन के जीपीएस सक्षम होने का भी पता लगाया गया।
आने वाले वाहनों में वृद्धि
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष शिमला आने वाले वाहनों की संख्या में 23 फीसदी की बढ़ोतरी आई। पुलिस ने पिछले सालों की तुलना में 45 फीसदी कम चालान किये और बावजूद इसके दुर्घटनाओं में 15 फीसदी की कमी आई।