Earthquake: असम और भूटान के कई हिस्सों में 4.6 तीव्रता का भूकंप, लोग घरों से बाहर भागे

भूकंप के झटके ढेकियाजुली, तवांग, बरपेटा, ग्वालपाड़ा, उत्तर लखीमपुर, इटानगर, जोरहाट, तेजपुर, गोलाघाट, गुवाहाटी, नगांव और डिमापुर सहित कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। इसमें किसी के हताहत होने या बड़ी क्षति की सूचना नहीं है।

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रविवार सुबह 7:47 बजे असम (Assam) और पड़ोसी देश भूटान (Bhutan) के कई हिस्सों में भूकंप के झटके (Earthquake Tremors) महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने (Richter Scale) पर इसकी 4.6 तीव्रता मापी गई। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, भूकंप का केंद्र असम के उदालगुरी के पास जमीन के 15 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप के निर्देशांक 26.73° उत्तरी अक्षांश और 92.31° पूर्वी देशांतर थे।

भूकंप के झटके ढेकियाजुली, तवांग, बरपेटा, ग्वालपाड़ा, उत्तर लखीमपुर, इटानगर, जोरहाट, तेजपुर, गोलाघाट, गुवाहाटी, नगांव और डिमापुर सहित कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। इसमें किसी के हताहत होने या बड़ी क्षति की सूचना नहीं है।

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भूकंप कब आता है
पृथ्वी के अंदर सात प्लेटें हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जिस क्षेत्र में ये प्लेटें टकराती हैं उसे फॉल्ट लाइन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं। जब बहुत अधिक दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता ढूंढती है और गड़बड़ी के बाद भूकंप आता है।

भूकंप की तीव्रता कैसे मापी जाती है?
भूकंप को रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल भूकंप तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को उसके केंद्र से 1 से 9 तक मापा जाता है। यह पैमाना भूकंप के दौरान पृथ्वी से निकलने वाली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है।

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