प्रवर्तन निदेशालय के कार्रवाई का शिकंजा अब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नजदीकी संबंधी कर पहुंच गई है। केंद्रीय एजेंसी ने मनी लॉंड्रिंग के आरोप में पंजीकृत प्रकरण में जब्ती की कार्रवाई की है। इसमें लगभग 6.45 करोड़ रुपए की संपत्ति की जब्ती हुई है।
श्रीधर पाटणकर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साले हैं, वे मिसेस सीएम श्रीमती रश्मी ठाकरे के भाई हैं। यह प्रकरण पुष्पक बुलियन से किये गए आर्थिक व्यवहार से संबंधित हैं। इस प्रकरण में ठाणे के नीलांबरी परियोजना में 11 निवासी फ्लैट सील किये गए हैं। यह फ्लैट श्रीधर पाटणकर की कंपनी श्रीसाईबाबा गृहनिर्मिति प्राइवेट लिमिटेड के थे।
ED attaches properties worth Rs. 6.45 Crore in the demonetization fraud case by the Pushpak Group of companies
— ED (@dir_ed) March 22, 2022
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बता दें कि, वर्ष 2017 में आर्थिक गैरव्यवहार के प्रकरण में पुष्पक बुलियन्स के विरोध में धन शोधन (मनी लॉंडरिंग) का प्रकरण दर्ज किया गया था। इस प्रकरण में 21 करोड़ रुपए की संपत्ति पहले ही जब्त की जा चुकी है। यह कंपनी नंदकुमार चतर्वेदी, महेश पटेल, चंद्रकांत पटेल की मालकी की है।
ये हैं आरोप
प्रवर्तन निदेशालय के आरोपों के अनुसार चंद्रशेखर चतुर्वेदी और महेश पटेल ने आपसी मिलीभगत से पुष्पक रियलिटी से लगभग 20 करोड़ रुपए की रकक नंदकिशोर चतुर्वेदी के माध्यम से अलग-अलग कंपनियों में निवेश किया था। ये सभी कंपनियां बोगस थीं। नंदकिशोर चतुर्वेदी की कंपनी हमसफर डीलर प्रा.लि मात्र कागजों पर ही थी। इस कंपनी द्वारा श्रीधर पाटणकर की कंपनी श्रीसाईबाबा गृहनिर्मिती को 30 करोड़ रुपए दिये गए थे। अब प्रवर्तन निदेशालय का आरोप है कि, पुष्पक ग्रुप के महेश पटेल और नंदकिशोर चतुर्वेदी की सहायता से श्रीसाईबाबा गृहनिर्मिती संस्था में अवैध निवेश किया गया था