ED Raids: प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) (ईडी) ने मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (Mysore Urban Development Authority) (एमयूडीए) में कथित अनियमितताओं से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले (money laundering case) के सिलसिले में शुक्रवार को छापेमारी की। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जांच में कथित तौर पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री (Karnataka Chief Minister) सिद्धारमैया (Siddaramaiah), उनके परिवार के सदस्य और अन्य शामिल हैं।
केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ ईडी अधिकारियों ने मैसूर में MUDA कार्यालय सहित कई स्थानों पर छापेमारी की। हालांकि, सूत्रों ने पुष्टि की कि मुख्यमंत्री या उनके परिवार से संबंधित कोई भी परिसर तलाशी का हिस्सा नहीं था।
Enforcement Directorate raided the office of the Mysuru Urban Development Authority (MUDA) in connection with the land allotment case.
More details awaited
— ANI (@ANI) October 18, 2024
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MUDA द्वारा भूमि आवंटन
ईडी ने कुछ सप्ताह पहले प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज करके जांच शुरू की थी। यह मामला लोकायुक्त द्वारा हाल ही में दर्ज की गई प्राथमिकी (एफआईआर) पर आधारित था, जिसमें MUDA द्वारा किए गए भूमि आवंटन में कथित अनियमितताओं के संबंध में सिद्धारमैया और उनके परिवार के सदस्यों सहित कई अन्य लोगों का नाम था। मुख्यमंत्री शहरी विकास प्राधिकरण के माध्यम से अपनी पत्नी बी.एम. पार्वती को 14 साइटों के आवंटन के संबंध में आरोपों का सामना कर रहे हैं।
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लोकायुक्त पुलिस का एफआईआर
मैसूर में लोकायुक्त पुलिस द्वारा 27 सितंबर को दर्ज की गई एफआईआर में सिद्धारमैया के बहनोई मल्लिकार्जुन स्वामी और भूमि विक्रेता देवराजू का भी नाम है, जिन्होंने स्वामी को संपत्ति बेची थी, जिसे बाद में पार्वती को उपहार में दिया गया था। आरोपों के जवाब में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से साफ इनकार किया है और कहा है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष उनसे “डरा हुआ” है और इस मामले को अपने खिलाफ पहला “राजनीतिक मामला” बताया।
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