ED Raids in Rajasthan:राजस्थान (Rajasthan) में ईडी (ED) ने बड़ी कार्यवाही कि है। जल जीवन मिशन घोटाले (Jal Jeevan Mission Scam) से मामला जुड़ा है। प्रवर्तन निदेशालय ने 17 जनवरी को जारी एक आधिकारिक बयान में बताया कि जल जीवन मिशन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम, 2002 (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत राजस्थान के जयपुर और बांसवाड़ा जिलों के 8 स्थानों पर छापेमारी हुई है। छापेमारी के दौरान राजस्थान के पूर्व पीएचईडी मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi) और पीएचईडी अधिकारियों के घरो की तलाशी ली गई है। आधिकारिक बयान में यह भी बतया गया है की ईडी ने एसीबी राजस्थान द्वारा महेश मित्तल (श्री गणपति ट्यूबवेल कंपनी), राजस्थान द्वारा पदमचंद जैन (श्री श्याम ट्यूबवेल कंपनी),और पीएचईडी अधिकारियों सहित अन्य के खिलाफ दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की।
फर्जी कार्य समापन प्रमाणपत्रों दिए
राजस्थान पुलिस और बजाज नगर पुलिस स्टेशन के एक शिकायत के आधार पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत एक और एफआईआर भी दर्ज की गई थी, जिसमें “संदिग्ध फर्मों में से एक द्वारा नकली और मनगढ़ंत कार्य अनुभव प्रमाणपत्रों के उपयोग” का आरोप लगाया गया था। विज्ञप्ति में आगे कहा गया की “ईडी की जांच से पता चला है कि उक्त ठेकेदार इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन इंटरनेशनल लिमिटेड (आईआरसीओएन) द्वारा जारी कथित फर्जी कार्य समापन प्रमाणपत्रों के आधार पर और पीएचईडी के वरिष्ठ अधिकारियों को रिश्वत देकर जल जीवन मिशन कार्यों से संबंधित निविदाएं हासिल करने में शामिल थे। कई बिचौलियों और प्रॉपर्टी डीलरों ने जेजेएम घोटाले से अवैध रूप से अर्जित धन को निकालने में पीएचईडी अधिकारियों की सहायता की है। यह पता चला है कि कुछ संपत्तियां आपराधिक गतिविधि से उत्पन्न धन का उपयोग करके खरीदी गई थीं। ”
6.50 करोड़ रुपये की चांदी जब्त
“तलाशी अभियान के दौरान, संपत्ति विवरण, डिजिटल साक्ष्य, मोबाइल इत्यादि सहित विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ कुल 39 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की गई है। इस मामले में अब तक कुल 11.42 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है, जिसमें 6.50 करोड़ रुपये का सोना या चांदी भी शामिल है।’ आगे की जांच जारी है, यह कहा।