प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में बड़ी कार्रवाई (Action) की है। ईडी की टीम ने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में छापेमारी (Raid) कर 33 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त (Property Seized) की है। शुक्रवार 27 दिसंबर को ईडी की टीम ने भोपाल में पीएमएलए (PMLA) के तहत भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान प्रवर्तन निदेशालय को सौरभ शर्मा और उसके सहयोगियों व परिवार के सदस्यों और कंपनियों के नाम पर 7 साल में अवैध तरीके से अर्जित करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति, फिक्स्ड डिपॉजिट और अन्य संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, ईडी ने सौरभ शर्मा और उसके करीबी चेतन सिंह गौर, शरद जायसवाल और रोहित तिवारी के ठिकानों पर छापेमारी की। मध्य प्रदेश लोकायुक्त ने परिवहन विभाग के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने लोकायुक्त में दर्ज मामले के आधार पर जांच शुरू की थी।
यह भी पढ़ें – Yashasvi Jaiswal: यशस्वी जायसवाल ने रचा इतिहास, बने तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी
8 जगहों पर छापेमारी
प्रवर्तन निदेशालय के जांच में सौरभ शर्मा के बैंक खातों और संपत्तियों का खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सौरभ शर्मा ने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और कंपनियों के नाम पर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। कंपनियों में डायरेक्टर के पद पर बैठे लोग सौरभ शर्मा के बेहद करीबी थे। भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में 8 जगहों पर छापेमारी की गई
अत्यधिक संपत्ति मामले में लोकायुक्त की रडार पर
छापेमारी में चेतन सिंह गौर के नाम पर 6 करोड़ रुपये से अधिक के फिक्स डिपॉजिट और सौरभ शर्मा के परिवार के सदस्यों और कंपनियों के नाम पर 4 करोड़ रुपये से अधिक का बैंक बैलेंस मिला। इसके अलावा परिवार के सदस्यों और कंपनियों के नाम पर 23 करोड़ रुपये से ज्यादा की अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं।
बता दें कि भोपाल में आयकर विभाग ने चेतन सिंह गौर की गाड़ी से 52 किलो सोने के बिस्किट और 11 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे। चेतन सिंह गौर पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा का करीबी सहयोगी है। सौरभ शर्मा आय से अधिक संपत्ति मामले में लोकायुक्त की रडार पर आए थे।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community