इमरान खान की सरकार पर गहराते संकट के बीच पाकिस्तान में मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। ऐसे संकेत पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद ने 24 मार्च को दिए। राशिद ने कहा कि इमरान सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के कारण मौजूदा राजनीतिक अनिश्चितता को खत्म करने के लिए देश में जल्द चुनाव कराए जा सकते हैं। वहीं, 25 मार्च को नेशनल असेंबली का विशेष सत्र बुलाया गया है, जिसमें विपक्ष द्वारा इमरान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाये जाने की तैयारी है।
इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शेख राशिद ने पार्टी के असंतुष्टों को भी चेतावनी दी कि पक्ष बदलने से उनका कोई भला नहीं होगा।
बढ़ते आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार
इससे पहले आठ मार्च को विपक्षी दलों द्वारा नेशनल असेंबली सचिवालय के सामने पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव में आरोप लगाया गया था कि प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) सरकार देश में बढ़ते आर्थिक संकट और बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है।
मुश्किल मे पड़े इमरान खान
23 सदस्यों वाली उनकी सहयोगी पार्टियों ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान संसद में उनका समर्थन करने के लिए स्पष्ट संकेत देने से इनकार करने के बाद इमरान खान मुश्किल में पड़ गई है। जो इस महीने के अंत में संसद में चर्चा के लिए आएंगे। उनकी परेशानी तब और बढ़ गई, जब उनकी पार्टी के भीतर करीब दो दर्जन असंतुष्ट उभर आए हैं। इमरान खान और उनके मंत्री यह धारणा बनाने की कोशिश कर रहे हैं कि सरकार में सब कुछ ठीक था और वह मुकदमे से विजयी होंगे।
जल्द चुनाव होने की संभावना
शेख राशिद ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) के सदस्यों से कहा कि प्रधानमंत्री के खिलाफ जाने से पहले पाला बदलने को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि देश में जल्दी चुनाव भी हो सकते हैं और इससे पक्ष बदलने को कोई फायदा नहीं होगा। मंत्री ने कहा कि जो लोग दल बदल रहे हैं और सोच रहे हैं कि उन्हें सम्मान मिलेगा, वे गलत हैं।